जमुई में ग्रामीणों ने मवेशी लदा ट्रक पकड़ा, दो तस्कर गिरफ्तार, 16 बड़े मवेशी और 14 बछड़े बरामद

जमुई। बिहार के जमुई जिले के गिद्धौर थाना क्षेत्र में ग्रामीणों की सजगता और तत्परता के चलते मवेशी तस्करी के एक बड़े प्रयास को विफल कर दिया गया। घटना तड़के सुबह की है, जब ग्रामीणों ने एक संदिग्ध ट्रक को रोका, जिसमें बड़ी संख्या में मवेशी लदे हुए थे। सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कार्रवाई की और तस्करी में लिप्त दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
ट्रक से बड़ी संख्या में मवेशी बरामद
पुलिस निरीक्षक दीनानाथ सिंह के नेतृत्व में कार्रवाई के दौरान ट्रक से 16 बड़े मवेशी और 14 बछड़े बरामद किए गए। यह ट्रक बक्सर जिले से चलकर झारखंड की ओर जा रहा था। पुलिस का मानना है कि यह मवेशी झारखंड होते हुए किसी अन्य राज्य में ले जाए जा रहे थे, जहां इनकी अवैध बिक्री की जाती।
तस्करों की पहचान और गिरफ्तारी
पुलिस ने मौके से दो तस्करों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मधुपुर निवासी अमित कुमार और बक्सर निवासी पंकज कुमार के रूप में हुई है। दोनों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है और इनके पीछे काम कर रहे नेटवर्क की जांच भी की जा रही है। पुलिस का कहना है कि यह गिरोह बड़े पैमाने पर मवेशी तस्करी से जुड़ा हो सकता है।
ग्रामीणों की सतर्कता बनी उदाहरण
इस पूरे घटनाक्रम में सबसे अहम भूमिका ग्रामीणों की रही जिन्होंने सुबह-सुबह ट्रक को देखकर उस पर संदेह जताया और उसे रोका। इसके बाद पुलिस को सूचित किया गया, जिससे समय पर कार्रवाई संभव हो सकी। ग्रामीणों की सजगता ने एक अवैध गतिविधि को रोककर समाज के प्रति उनकी जिम्मेदारी का परिचय दिया है।
तस्करी पर रोक की जरूरत
हालांकि पुलिस मवेशी तस्करी पर सख्त कार्रवाई का दावा करती है, लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि क्षेत्र में इस तरह के मवेशियों से भरे ट्रक अक्सर देखे जाते हैं। इससे यह स्पष्ट होता है कि तस्करी पर अभी भी स्थायी रोक नहीं लग पाई है। लोगों की मांग है कि प्रशासन को इस अवैध कारोबार पर सख्ती से नकेल कसनी चाहिए और इसके लिए निरंतर निगरानी एवं कार्रवाई जरूरी है।
आगे की कार्रवाई
पुलिस ने मवेशियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया है और ट्रक को जब्त कर लिया गया है। साथ ही इस गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की तलाश भी शुरू कर दी गई है। यह घटना कानून व्यवस्था की गंभीरता के साथ-साथ समाज के जागरूक नागरिकों की अहम भूमिका को दर्शाती है। यदि इसी तरह नागरिक सजग बने रहें और प्रशासन मुस्तैद रहे, तो इस प्रकार के गैरकानूनी कार्यों पर प्रभावी नियंत्रण संभव है।

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