November 17, 2025

मसौढ़ी में छेड़खानी व मारपीट का केस दर्ज, जांच में जुटी पुलिस 

मसौढ़ी। पटना के मसौढ़ी अनुमंडल अंतर्गत लहसुना थाना क्षेत्र में एक युवती के साथ छेड़खानी और मारपीट का मामला सामने आया है। पुलिस ने पीड़िता की शिकायत के आधार पर दो नामजद और चार अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। इस घटना के बाद इलाके में तनाव का माहौल बना हुआ है, और पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है।
युवती के बयान के अनुसार घटना की पूरी कहानी
पीड़िता ने पुलिस को दिए गए अपने बयान में बताया कि 16 मार्च की शाम वह अपने घर से बाहर अंडा खरीदने गई थी। उसी दौरान गांव के ही कुछ युवकों ने उसे घेर लिया और उस पर अभद्र टिप्पणी करने लगे। जब उसने इसका विरोध किया, तो आरोपियों ने उसे जमीन पर गिराकर मारपीट शुरू कर दी। पीड़िता का आरोप है कि इस दौरान उसके साथ छेड़खानी भी की गई और गाली-गलौज की गई।
पुलिस ने किया मुकदमा दर्ज
युवती ने इस घटना की शिकायत स्थानीय थाने में की, जिसके बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मामला दर्ज कर लिया। पुलिस ने बताया कि इस मामले में सर्वेश साव का पुत्र और लालू कानू का पुत्र मुख्य आरोपी हैं, जबकि चार अन्य लोगों की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। पुलिस ने कहा कि जांच के बाद अन्य आरोपियों की भी पहचान कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस जांच में जुटी
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस अब यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि इस घटना में और कौन-कौन लोग शामिल थे और उनकी भूमिका क्या थी। साथ ही, इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाली जा रही है ताकि सबूत इकट्ठा किए जा सकें।
पीड़िता और परिवार की चिंता
इस घटना के बाद पीड़िता और उसके परिवार में डर का माहौल है। परिवार का कहना है कि आरोपी दबंग प्रवृत्ति के हैं और उनके खिलाफ पहले भी कई बार शिकायतें दर्ज कराई गई हैं, लेकिन उन पर कोई सख्त कार्रवाई नहीं हुई। पीड़िता के परिजनों ने प्रशासन से आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी और कठोर दंड की मांग की है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों।
कानून व्यवस्था और प्रशासन की प्रतिक्रिया
बिहार में महिलाओं के प्रति अपराधों को लेकर प्रशासन सख्त कदम उठाने की कोशिश कर रहा है। इस मामले में भी पुलिस ने जल्द से जल्द कार्रवाई का भरोसा दिलाया है। प्रशासन का कहना है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी। यह घटना समाज में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े करती है। महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों को रोकने के लिए प्रशासन को और अधिक सतर्कता बरतने की जरूरत है। साथ ही, समाज को भी ऐसे मामलों में आवाज उठानी चाहिए ताकि दोषियों को उनके किए की सजा मिल सके और महिलाएं बिना किसी डर के स्वतंत्र रूप से रह सकें।

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