पटना में बेकाबू कार गंगा में गिरी, पति पत्नी डूबे, नाविकों ने दोनों को बचाया

पटना। दीघा थाना क्षेत्र के मीनार घाट पर शुक्रवार को एक बड़ा हादसा टल गया, जब एक नई कार गंगा नदी में जा गिरी। कार में सवार पति-पत्नी की जान नाविकों की सतर्कता और बहादुरी के कारण बच गई। यह हादसा तब हुआ जब दंपती अपनी नई कार के साथ घाट की सैर पर आए थे।
ब्रेक की जगह एक्सीलेटर दबा बैठा चालक
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पति आदित्य प्रकाश अपनी पत्नी के साथ शाम के समय मीनार घाट पर पहुंचे थे। गाड़ी से उतरने या रुकने के प्रयास में उन्होंने गलती से ब्रेक की जगह एक्सीलेटर दबा दिया। इससे कार तेजी से घाट को पार करते हुए गंगा नदी में समा गई। अचानक हुए इस घटनाक्रम से घाट पर मौजूद लोग भी चौंक गए और अफरा-तफरी मच गई।
पानी में डूबती कार और चीखते दंपती
कार जैसे ही पानी में डूबने लगी, उसमें बैठे दोनों लोग घबरा गए और मदद के लिए चिल्लाने लगे। देखते ही देखते कार पूरी तरह से पानी में समाने लगी। आसपास मौजूद लोगों में भय और चिंता का माहौल बन गया।
नाविकों की सूझबूझ से बची जान
गंगा घाट पर मौजूद दो नाविक – राहुल और अंशु – ने तत्काल स्थिति को भांपा और बिना किसी देर के नाव लेकर पानी में उतर गए। कार लगातार पानी में डूब रही थी और समय तेजी से निकल रहा था। लेकिन नाविकों ने हिम्मत नहीं हारी। करीब 45 मिनट की कड़ी मशक्कत के बाद दोनों ने दंपती को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। नाविकों की यह बहादुरी घाट पर मौजूद लोगों के लिए प्रेरणा बन गई।
कार अब भी गंगा में फंसी हुई
दीघा थानाध्यक्ष संतोष सिंह ने बताया कि कार को अभी तक पानी से बाहर नहीं निकाला जा सका है। प्रशासन की ओर से उसे निकालने की प्रक्रिया जारी है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि हादसा केवल लापरवाही से हुआ या इसके पीछे कोई और कारण था।
घटनास्थल पर भीड़ और अफरातफरी
घटना की जानकारी जैसे ही इलाके में फैली, बड़ी संख्या में स्थानीय लोग घाट पर जमा हो गए। कई लोग इस अप्रत्याशित दृश्य को देखकर भयभीत थे, वहीं नाविकों की साहसिक कार्रवाई ने सभी को राहत दी। घाट पर मोबाइल कैमरे से इस घटना का वीडियो भी बना लिया गया, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है।
नाविकों की बहादुरी की सराहना
स्थानीय लोगों और पुलिस अधिकारियों ने नाविक राहुल और अंशु की जमकर तारीफ की। यदि वे समय पर नहीं पहुंचते, तो यह हादसा जानलेवा हो सकता था। नाविकों की तत्परता और समझदारी ने दो लोगों की जान बचा ली, जो किसी भी वीरता पुरस्कार के हकदार हैं।
सावधानी ही बचाव है
यह घटना यह बताती है कि वाहन चलाते समय या घाट जैसे संवेदनशील स्थानों पर जाते वक्त अत्यधिक सतर्कता की जरूरत होती है। छोटी सी चूक भी जानलेवा बन सकती है। खासतौर पर नई गाड़ियों के साथ वाहन नियंत्रण में अधिक सावधानी बरतनी चाहिए। पटना के मीनार घाट पर हुआ यह हादसा जहां एक ओर सावधानी बरतने की चेतावनी देता है, वहीं दूसरी ओर यह भी साबित करता है कि कठिन समय में इंसान की सूझबूझ और साहस कई जिंदगियां बचा सकता है। नाविकों की तत्परता और स्थानीय लोगों की सहयोग भावना इस घटना का उजला पक्ष बनकर सामने आई। वहीं, प्रशासन को भी घाटों पर सुरक्षा के अतिरिक्त उपाय करने की आवश्यकता महसूस हो रही है।
