होमगार्ड की दक्षता परीक्षा में बायोमेट्रिक से सत्यापन, पैरों में चिप लगाकर दौड़ेंगे अभ्यर्थी, आधुनिक उपकरणों का होगा उपयोग

पटना। बिहार में होमगार्ड के 15 हजार पदों पर भर्ती की प्रक्रिया जोरों पर है। इस भर्ती प्रक्रिया का पहला चरण, यानी ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तारीख बुधवार को समाप्त हो जाएगी। इसके बाद अभ्यर्थियों को शारीरिक दक्षता परीक्षा से गुजरना होगा। इस बार की भर्ती प्रक्रिया को अत्याधुनिक तकनीकों के जरिये पारदर्शी और निष्पक्ष बनाने की योजना बनाई गई है।
शारीरिक परीक्षा में आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल
दूसरे चरण में होने वाली शारीरिक दक्षता परीक्षा के लिए जिलावार तैयारियां शुरू हो गई हैं। विभाग ने स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं कि इस बार बायोमेट्रिक सत्यापन, फोटो प्रमाणीकरण और अन्य तकनीकी साधनों का प्रयोग किया जाएगा। अभ्यर्थियों की पहचान सुनिश्चित करने के लिए उनका बायोमेट्रिक डेटा और फोटो मौके पर ही लिया जाएगा, जिससे फर्जीवाड़े की कोई गुंजाइश न रहे।
दौड़ में चिप से समय की सटीक गणना
दौड़ प्रतियोगिता को अधिक पारदर्शी और सटीक बनाने के लिए विशेष तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। अभ्यर्थियों के पैरों में एक विशेष चिप लगाई जाएगी, जो दौड़ के दौरान उनके समय को सेकंड के अंतिम अंश तक रिकॉर्ड करेगी। इससे समय की गणना पूरी तरह निष्पक्ष होगी और किसी प्रकार की गड़बड़ी की संभावना समाप्त हो जाएगी।
सीसीटीवी और ऑटोमेटेड मापन उपकरणों की व्यवस्था
शारीरिक दक्षता परीक्षा के आयोजन स्थलों पर सुरक्षा और पारदर्शिता को सुनिश्चित करने के लिए दर्जनों सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। लंबाई और सीने की माप के लिए ऑटोमेटेड मशीनों का प्रयोग किया जाएगा। इसके अलावा लंबी कूद और गोला फेंक जैसी प्रतिस्पर्धाओं के लिए लेजर आधारित डिजिटल मशीनों की व्यवस्था भी की जा रही है, जो मापन को त्रुटिरहित बनाएगी।
मेधा सूची और अंक प्रणाली
दौड़ में सफल अभ्यर्थियों की लंबाई और सीने की माप की जाएगी। उसके बाद मेधा सूची तैयार की जाएगी, जो कि तीन प्रकार की प्रतियोगिताओं – लंबी कूद, ऊँची कूद और गोला फेंक – में मिलने वाले अंकों के आधार पर बनेगी। इन तीनों में प्रत्येक के लिए पांच-पांच अंक निर्धारित हैं, यानी कुल 15 अंकों की शारीरिक दक्षता परीक्षा होगी।
हर अभ्यर्थी को तीन मौके
अभ्यर्थियों को हर प्रतियोगिता में तीन-तीन मौके दिए जाएंगे ताकि वे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दिखा सकें। इस पूरी प्रक्रिया का उद्देश्य यह है कि हर योग्य और मेहनती उम्मीदवार को समान अवसर मिले और चयन प्रक्रिया निष्पक्षता व पारदर्शिता से संपन्न हो। इस तरह की तकनीकी व्यवस्था से होमगार्ड भर्ती प्रक्रिया न केवल अधिक विश्वसनीय होगी, बल्कि इससे अभ्यर्थियों का विश्वास भी मजबूत होगा।

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