राज्यसभा चुनाव में बिहार के 6 उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित, मिला सर्टिफिकेट

पटना। राज्यसभा में बिहार की 6 सीटों पर चुनाव के नतीजे मंगलवार को आ गए। बिहार के सभी 6 उम्मीदवार राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित हो गए। राज्यसभा के लिए बिहार से बीजेपी के दो, आरजेडी के दो, आरजेडी के एक और कांग्रेस से एक उम्मीदवार चुनाव मैदान में थ, सभी को निर्विरोध राज्यसभा का सदस्य चुन लिया गया है। बता दे की इसके पहले 14 फरवरी को एनडीए के तीनों उम्मीदवार संजय झा, भीम सिंह और धर्मशिला गुप्ता के अलावे कांग्रेस कैंडिडेट अखिलेश प्रसाद सिंह ने नामांकन किया था। वहीं 15 फरवरी को आरजेडी के दोनों प्रत्याशी मनोज झा और संजय यादव ने नामांकन किया था। 15 फरवरी ही नामांकन का अंतिम दिन था। 6 सीटों के लिए 6 उम्मीदवारों के नामांकन भरने के कारण मतदान की नौबत नहीं आई। 20 फरवरी को नामांकन वापसी की अंतिम तारीख थी हालांकि किसी भी उम्मीदवार की ओर से नामांकन वापस नहीं लिया गया जिसके कारण उन्हें निर्विरोध निर्वाचित कर सर्टिफिकेट दे दिया गया। वैसे चुनाव आयोग की तरफ से 27 फरवरी को चुनाव की तिथि निर्धारित की गई थी। 27 फरवरी को ही काउंटिंग भी होती लेकिन अब उसकी जरूरत नहीं पड़ेगी।
जेडीयू को एक सीट का नुकसान, नामांकन में पहुंचे थे शीर्ष नेता
बिहार में इस बार राज्यसभा के चुनाव में जेडीयू को एक सीट का नुकसान हो रहा है तो वहीं बीजेपी को एक सीट का लाभ मिल रहा है। अप्रैल में जिन सदस्यों का कार्यकाल पूरा हो रहा है उसमें बीजेपी से सुशील कुमार मोदी, जेडीयू से वशिष्ठ नारायण सिंह और अनिल हेगड़े, आरजेडी से मनोज झा और अशफाक करीम और कांग्रेस से अखिलेश प्रसाद सिंह शामिल है। इनमें से कांग्रेस के अखिलेश सिंह और आरजेडी के मनोज झा को फिर से दोनों दलों की तरफ से मौका दिया गया है। वहीं बीजेपी ने भीम सिंह और धर्मशिला गुप्ता को और जेडीयू ने संजय झा को मौका दिया है। एनडीए उम्मीदवारों के नामांकन के समय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और दोनों उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा के साथ एनडीए के वरिष्ठ नेता पहुंचे थे। वहीं कांग्रेस के नामांकन के समय भी बिहार इकाई के कई नेता पहुंचे थे, जबकि आरजेडी उम्मीदवारों के नामांकन के समय अध्यक्ष लालू यादव, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी पहुंचे थे।

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