डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने रद्द किया अपना विदेश दौरा, ईडी के सामने पेश होने पर संशय बरकरार

पटना। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के इस्तीफे और नीतीश को पार्टी की कमान मिलने के बाद बिहार की सियासत तेज हो गई है। बीजेपी सांसद सुशील मोदी ने इसे खेल का अंत नहीं शुरुआत बताया है। इधर सियासी हलचल के बीच डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने अपना विदेश दौरा रद्द कर दिया है। वो 6 जनवरी को ऑस्ट्रेलिया जाने वाले थे। तेजस्वी के विदेश दौरे के रद्द होने के बड़े राजनीतिक मायने तलाशे जा रहे हैं। इसकी चर्चा खूब है कि लालू प्रसाद यादव का काफी दबाव तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनाने को लेकर है। 23 दिसंबर को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने तेजस्वी यादव की 6 से 18 जनवरी 2024 तक के लिए ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की यात्रा की अनुमति दी थी। उन्होंने विदेश जाने के लिए अदालत में याचिका लगाई थी, लेकिन ईडी ने तेजस्वी यादव को 5 जनवरी को समन भेजा है। तेजस्वी यादव ईडी के सामने इस बार भी पेश होंगे कि नहीं इस पर संशय है। इसके पहले भी ईडी ने 22 दिसंबर को तेजस्वी यादव को समन भेजा था लेकिन वे ईडी के सामने पेश नहीं हुए थे। लैंड फॉर जॉब मामले में लालू प्रसाद भी ईडी के सामने पेश नहीं हुए हैं। वही ललन सिंह के इस्तीफे पर राजद के प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि यह जदयू का आंतरिक मामला है और लोकतंत्र में जदयू के द्वारा जो राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई गई उसमें उन्होंने यह फैसला लिया है। एक बात मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि बिहार में महागठबंधन की सरकार पूरी मजबूती के साथ अपने संकल्पों को लेकर आगे बढ़ रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने जो संकल्प लिया था कि नफरत की राजनीति को समाप्त करके हम रोजगार और नौकरी को प्राथमिकता दे रहे।
