बसपा की विचारधारा को कमजोर करने आए चंद्रशेखर और स्वामी मौर्य, लेकिन हम लड़ते रहेंगे : मायावती

लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती ने सोमवार को चंद्रशेखर आजाद और स्वामी प्रसाद मौर्य पर हमला बोला। मायावती ने कहा कि बसपा को कमजोर करने के लिए छोटे छोटे दल बनवाये जा रहे हैं। बसपा के खिलाफ छोटे राजनीतिक दल और संगठन बना रहे हैं।”सत्ता और विपक्ष में रहने वाली पार्टियां बसपा के खिलाफ एकजुट हो रही हैं और बसपा को कमजोर करने की कोशिश कर रही हैं। बाबा साहब अंबेडकर को भी ऐसी ही कोशिशों का सामना करना पड़ा था, लेकिन बाबा साहब और बाद में कांशीराम ने उन्हें कभी सफल नहीं होने दिया। यहां ये भी बता दें कि हाल ही में बसपा से निकाले गए अशोक सिद्धार्थ व भतीजे आकाश आनन्द द्वारा भी अलग पार्टी बनाए जाने की चर्चा है। मायावती ने सोमवार को बातचीत में कहा कि बहुजन समाज के लोगो को इनसे सावधान रहने की जरूत है। बहूजन समाज के लोग अपने बच्चों को भी बताएं व सचेत करें कि बसपा ही एकमात्र पार्टी है जो दलितों का भला कर सकती है। उन्होंने कहा कि उच्च वर्ग के सामने बहुजन समाज को चारपाई पर भी बैठने का अधिकार नहीं था, वर्ष 2007 में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने के बाद हमने ये अधिकार दिया। उन्होंने कहा कि अब भाजपा, कांग्रेस व समाजवादी पार्टी बहुजन समाज का वोट लेने के लिए खेल खेल रही हैं। उन्होंने मुस्लिमों को साधने के लिए कहा कि वक्फ विधेयक पर पहले बातचीत होनी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। सरकार को इस पर फिर से विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस तरह से कांशीराम के अनुयायियों ने पार्टी और उनके एकमात्र उत्तराधिकारी तथा पार्टी प्रमुख के प्रति अपना समर्थन दिखाया है, उससे मेरी ताकत कई गुना बढ़ गई है। मायावती ने वक्फ बिल पर कहा कि संसद सत्र चल रहा है, लेकिन लोगों के कल्याण से जुड़े मुद्दों पर चर्चा नहीं हो रही है। इसके बजाय स्वार्थ से जुड़े राजनीतिक विषयों पर बहस हो रही है।
