पटना में बड़े कारोबारी गोपाल खेमका की गोली मारकर हत्या,खौफ का आलम,बेटे की भी हुई थी हत्या 

पटना।राजधानी पटना में शनिवार की देर रात अपराधियों ने एक बार फिर बेखौफ वारदात को अंजाम देते हुए शहर के जाने-माने कारोबारी गोपाल खेमका (64 वर्ष) की गोली मारकर हत्या कर दी। यह घटना गांधी मैदान थाना क्षेत्र के पनास होटल के पास स्थित उनके अपार्टमेंट ‘कटारूका निवास’ के गेट पर उस समय हुई, जब वे बांकीपुर क्लब से लौटकर घर आ रहे थे।

जानकारी के मुताबिक, रात करीब 11.30 बजे खेमका जैसे ही अपनी गाड़ी से उतर कर अपार्टमेंट में दाखिल होने लगे, घात लगाए बैठे दो बाइक सवार बदमाशों ने उनके सिर में गोली मार दी। गोली लगते ही खेमका वहीं गिर पड़े और मौके पर ही उनकी मौत हो गई। हमलावर वारदात को अंजाम देकर बाइक से फरार हो गए। घटना के जांच के लिए डीजीपी विनय कुमार ने एसटीएफ को निर्देश जारी किया है।वहीं पटना एसएसपी कार्तिकेय शर्मा के नेतृत्व में टीम जांच में जुट गई है। प्रसिद्ध कारोबारी गोपाल खेमका की हत्या पटना पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती है।

घटना के बाद खेमका को आनन-फानन में कंकड़बाग स्थित एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मौके पर पहुंची गांधी मैदान थाना पुलिस को परिजनों के गुस्से का सामना करना पड़ा। परिजनों का आरोप था कि पुलिस को सूचना मिलने के बाद भी वह देर से मौके पर पहुंची।

गोपाल खेमका हेल्थकेयर और जनरल बिजनेस के क्षेत्र से जुड़े हुए थे और राजेंद्र नगर स्थित मगध हॉस्पिटल के मालिक भी थे। उनका शहर के कॉरपोरेट संचालन में भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उनके बेटे गुंजन खेमका की भी दिसंबर 2018 में हाजीपुर इंडस्ट्रियल एरिया में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

घटना के बाद पूरे शहर में पुलिस हरकत में आ गई है। एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने एसआईटी (स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम) का गठन कर दिया है। शहर भर में वाहनों की चेकिंग की जा रही है और सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू कर दी गई है।

इससे एक दिन पहले शुक्रवार की शाम सीवान में हुए खूनी संघर्ष में तीन लोगों की मौत हुई थी। शनिवार रात पटना में हुई इस हत्या ने एक बार फिर से बिहार में कानून-व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए.

You may have missed