पटना में यूपी के कारोबारी की गोली मारकर हत्या, अज्ञात अपराधियों ने वारदात को दिया अंजाम

पटना। बिहार की राजधानी पटना में एक बार फिर से अपराधियों का नंगा नाच देखने को मिला है। रविवार की देर रात बाकरगंज इलाके में अज्ञात अपराधियों ने यूपी के आगरा से आए एक चांदी के थोक कारोबारी अवधेश अग्रवाल की गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस अभी पिछले कुछ मामलों में उलझी हुई थी कि इस हत्या ने एक बार फिर से राजधानी में कानून-व्यवस्था को कटघरे में खड़ा कर दिया है। अवधेश अग्रवाल पटना में किराए के मकान में रहते थे और यहां चांदी व मिठाई की दुकान चलाते थे। उनकी हत्या के बाद क्षेत्र में दहशत का माहौल बना हुआ है, वहीं इस घटना के पीछे छिपे कारणों की जानकारी अब तक सामने नहीं आई है। रविवार की रात अवधेश अग्रवाल अपनी दुकान बंद कर वापस घर लौटे थे। इसी दौरान एक अज्ञात व्यक्ति उनके घर में दाखिल हुआ और उन पर गोलियां चला दी। गोली की आवाज सुनकर परिजनों और पड़ोसियों ने घायल अवधेश को तुरंत एक निजी अस्पताल में पहुंचाया, पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। यह घटना पटना के पीरबहोर थाना क्षेत्र की है, जो कि आए दिन बढ़ते अपराधों के कारण चर्चित है। पीरबहोर थाना क्षेत्र में पहले भी कई आपराधिक घटनाएं हो चुकी हैं और इन मामलों में अपराधियों की गिरफ्तारी अब तक पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बनी हुई है। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू की। पुलिस ने अवधेश के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और घटना की तहकीकात में जुट गई है। पुलिस ने घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू की है, ताकि अपराधी की पहचान की जा सके। इसके अलावा, आसपास के लोगों से भी पूछताछ की जा रही है, लेकिन अब तक अपराधियों का कोई सुराग नहीं मिला है। पुलिस इस हत्याकांड के पीछे के संभावित कारणों की जांच कर रही है और उम्मीद कर रही है कि जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पटना में हाल के दिनों में अपराध की घटनाओं में काफी इजाफा देखने को मिला है। आए दिन हो रही हत्याओं, डकैतियों और अन्य गंभीर अपराधों ने शहरवासियों के मन में सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। पिछले दिनों इसी थाना क्षेत्र के कुतुबुद्दीन गली में दिनदहाड़े अपराधियों ने शकील मलिक नाम के व्यक्ति पर पांच गोलियां चलाई थीं, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी। पुलिस उस मामले में भी अब तक किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंची है। यह घटनाएं राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था पर बड़े सवाल खड़े करती हैं और साथ ही नागरिकों की सुरक्षा पर चिंताजनक प्रभाव डालती हैं। पटना में दिवाली का त्यौहार नजदीक है, ऐसे में व्यापारियों की सुरक्षा और कानून-व्यवस्था की पुख्ता व्यवस्था जरूरी है। अवधेश अग्रवाल जैसे कई व्यवसायी पटना में अपना व्यापार करते हैं और इस तरह की घटनाओं से उनके मन में भय का माहौल बन रहा है। दिवाली से पहले ऐसी घटनाओं के पीछे आपराधिक संगठनों की सक्रियता को लेकर पुलिस सजग हो गई है। फोरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर जांच-पड़ताल की और साक्ष्य एकत्रित किए। पुलिस इस मामले में हर एंगल से जांच कर रही है ताकि अपराधियों को जल्द से जल्द पकड़ा जा सके। इस घटना के बाद पटना पुलिस पर अपराधियों को पकड़ने का दबाव और बढ़ गया है। शहर में बढ़ते अपराध और हत्या की घटनाएं यह दिखाती हैं कि राज्य में कानून-व्यवस्था को लेकर कड़े कदम उठाने की जरूरत है। ऐसे समय में जबकि पुलिस जनता की सुरक्षा का भरोसा दिलाने में लगी है, इस प्रकार की घटनाओं से उसकी छवि पर नकारात्मक असर पड़ता है। व्यापारियों का विश्वास बनाए रखने के लिए पुलिस को अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की आवश्यकता है। अवधेश अग्रवाल की हत्या ने एक बार फिर पटना में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस घटना ने न केवल क्षेत्र में भय का माहौल पैदा किया है, बल्कि पुलिस के समक्ष नई चुनौतियां खड़ी कर दी हैं। आए दिन हो रही आपराधिक घटनाओं ने शहरवासियों के मन में असुरक्षा की भावना उत्पन्न कर दी है। ऐसे में पुलिस प्रशासन का कर्तव्य है कि वे जल्द से जल्द अपराधियों को पकड़कर कड़ी सजा दिलवाएं, ताकि नागरिकों का भरोसा कायम रहे और शहर में सुरक्षा का माहौल बना रहे।

You may have missed