भागलपुर पूर्व सांसद बुलो मंडल ने थामा जदयू का दामन, सीएम ने दिलवाई पार्टी की सदस्यता

पटना। बिहार में लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान से पहले राष्ट्रीय जनता दल को झटका लगा है। राष्ट्रीय जनता दल के भागलपुर पूर्व सांसद बुलो मंडल ने जदयू का दामन थाम लिया है। गुरुवार को जदयू कार्यालय में हुए मिलन समारोह के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुलो मंडल को जदयू की सदस्यता दिलवाई। बुलो मंडल के जदयू में आने के बाद यह चर्चा है कि 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव में जेडीयू कोटे से गोपाल मंडल की दिक्कत बढ़ सकती है। इस मौके पर जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ललन सिंह मंत्री विजय चौधरी सहित कई बड़े नेता मौजूद रहे। पिछले दिनों भागलपुर से टिकट नहीं मिलने के कारण बुलो मंडल नाराज चल रहे थे। गौरतलब है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में भागलपुर सीट कांग्रेस के खाते में चली गई। जहां से कांग्रेस के विधायक अजीत शर्मा लोकसभा उम्मीदवार बनाया गया है। बुलो मंडल भागलपुर में आरजेडी का बड़ा चेहरा रहे हैं। बुलो मंडल 2014 के लोकसभा चुनाव जीतकर सांसद बने थे। हालांकि, पिछली बार के लोकसभा चुनाव में बुलो मंडल को भागलपुर से जदयू के हाथों हार मिली थी। इस बार भी उम्मीद थी की आरजेडी की तरफ से टिकट मिलेगी। लेकिन भागलपुर कोटे कांग्रेस के खाते में चली गई। भागलपुर में दूसरे चरण में चुनाव होना है। वहां जदयू के उम्मीदवार अजय मंडल मैदान में हैं ।अब बुलो मंडल राष्ट्रीय जनता दल के उम्मीदवार को हराने और जदयू उम्मीदवार को जिताने का काम करेंगे। राष्ट्रीय जनता दल को एक के बाद एक लगातार झटके लग रहे हैं। अशफाक करीम और देवेंद्र यादव ने भी राष्ट्रीय जनता दल छोड़ने का ऐलान कर चुके हैं। राजद से पिछले करीब डेढ़ साल से बुलो मंडल की दूरी बन गई थी। राजद के किसी भी कार्यक्रम में बुलो मंडल नजर ‎नहीं आते थे। जदयू में जाने की लगातार चर्चा के कारण राजद में राजनीतिक पारी बुलो मंडल को सुरक्षित नहीं दिख ‎रहा था। ऐसे में जदयू में जाने से अब संभावना जताई जा रही है कि आगामी विधानसभा चुनाव में उन्हें गोपालपुर ‎विधानसभा से टिकट मिल सकता है। वहीं, गोपाल मंडल लगातार अपने विवादित बयानों से सुर्खियों में रहे हैं। इससे ‎जदयू पर भी सवाल उठते रहे हैं। ऐसे में अगामी विधानसभा चुनाव के दौरान गोपाल मंडल से जदयू किनारा कर‎ सकता है और इसका सीधा फायदा बुलो मंडल को हो सकता है। साथ ही गोपाल मंडल अपने हाल के दिनों में दिए गए ‎बयानों में राजद के प्रति नरम नजर आते रहे हैं और लालू प्रसाद यादव से पारिवारिक संबंध की बात भी करते रहे हैं।‎

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