November 1, 2025

पटना में 5 वर्षीय मासूम के साथ हैवानियत, नाबालिक ट्यूशन टीचर गिरफ्तार

  • मनेर दियारा गांव में घटना, पुलिस ने पॉक्सो एक्ट और आईपीसी की धारा 376 के तहत मामला दर्ज किया

पटना। बिहार की राजधानी पटना से सटे मनेर दियारा गांव में एक 5 वर्षीय मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म का हैवानियत भरा मामला सामने आया है। यह घटना 25 जून, बुधवार को तब हुई जब बच्ची घर में अकेली थी और उसी गांव का एक नाबालिग युवक, जो उसे ट्यूशन पढ़ाने आता था, ने उसके साथ दरिंदगी की। घटना के बाद बच्ची बेहोश हो गई और आरोपी मौके से फरार हो गया। बच्ची की मां के घर लौटने पर जब उन्होंने अपनी बेटी को खून से लथपथ और बेहोश पड़ी देखा, तो उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस के अनुसार, आरोपी नाबालिग युवक बच्ची को नियमित रूप से ट्यूशन पढ़ाने आता था। बुधवार को जब बच्ची घर पर अकेली थी, तो उसने इस स्थिति का फायदा उठाते हुए उसके साथ दुष्कर्म किया। इस दौरान बच्ची बेहोश हो गई और आरोपी वहां से भाग निकला। बच्ची की मां ने बताया कि जब वह घर लौटी, तो उनकी बेटी बुरी तरह से जख्मी और बेहोश थी। उन्होंने तुरंत बच्ची को अस्पताल ले जाया और मनेर थाना पुलिस को सूचित किया। मामले की गंभीरता को देखते हुए मनेर थाना पुलिस ने तुरंत आरोपी नाबालिग को हिरासत में लिया। थानाध्यक्ष प्रदीप कुमार ने बताया कि फोरेंसिक टीम ने बच्ची के खून से सने कपड़े और आरोपी के कपड़ों को सबूत के तौर पर जब्त किया है। प्रारंभिक मेडिकल जांच में दुष्कर्म की पुष्टि हुई है। पुलिस ने पॉक्सो एक्ट और भारतीय दंड संहिता की धारा 376 के तहत मामला दर्ज किया है। घटना के बाद जब बच्ची के परिजन मामला दर्ज कराने मनेर थाना पहुंचे, तो आरोपी के परिवार वालों ने थाने के गेट पर ही उनके साथ मारपीट की। इस हंगामे के बाद पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लिया, जिन पर हमला करने का आरोप है। पीड़िता के परिजनों ने आरोप लगाया कि आरोपी के परिवार वाले पुलिस प्रशासन को दबाव में लेने की कोशिश कर रहे हैं। इस घटना ने पूरे इलाके में आक्रोश फैला दिया है। स्थानीय निवासी और सामाजिक कार्यकर्ता आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। कई संगठनों ने पुलिस प्रशासन से मामले की त्वरित सुनवाई और कड़ी सजा सुनिश्चित करने की अपील की है। बच्ची को तत्काल मेडिकल सहायता मुहैया कराई गई है और उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। पुलिस ने बताया कि आरोपी की उम्र का सत्यापन किया जा रहा है और उससे पूछताछ जारी है। अगर वह नाबालिग पाया जाता है, तो जुवेनाइल जस्टिस एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी, लेकिन पीड़िता के परिजनों का कहना है कि आरोपी को किसी भी स्थिति में कड़ी सजा मिलनी चाहिए। यह घटना एक बार फिर समाज में बढ़ रही बाल यौन हिंसा और नाबालिग अपराधियों की बढ़ती हिमाकत को उजागर करती है। पुलिस प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि मामले की गहन जांच की जाएगी और पीड़िता को न्याय दिलाया जाएगा। हालांकि, इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सामाजिक जागरूकता और कानूनी प्रक्रिया को और सख्त बनाने की आवश्यकता है।

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