November 17, 2025

बिहार बोर्ड ने जारी किया 10वीं का रिजल्ट, तीन बच्चे संयुक्त टॉपर, 82.11 फ़ीसदी विद्यार्थी पास

पटना। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने शनिवार को 10वीं मैट्रिक परीक्षा 2025 का परिणाम जारी कर दिया। शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने बोर्ड के सभागार में परिणाम की घोषणा की। इस दौरान बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर और शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस. सिद्धार्थ भी उपस्थित रहे। इस वर्ष मैट्रिक परीक्षा में कुल 82.11 प्रतिशत छात्र सफल हुए हैं, जो एक उल्लेखनीय उपलब्धि मानी जा रही है।
ऐतिहासिक रूप से सबसे तेज रिजल्ट जारी
बिहार बोर्ड ने इस बार इतिहास में सबसे तेज़ मैट्रिक परीक्षा का रिजल्ट जारी कर रिकॉर्ड बनाया है। आमतौर पर अन्य बोर्डों की तुलना में बिहार बोर्ड जल्दी परिणाम घोषित करने के लिए जाना जाता है, लेकिन इस बार बोर्ड ने पहले से भी अधिक तेज़ी दिखाई है। इस वर्ष परीक्षा में लगभग 15.85 लाख छात्र सम्मिलित हुए थे, जिनमें से 12,79,294 विद्यार्थी सफल घोषित किए गए हैं।
टॉप 10 में कुल 123 विद्यार्थी
इस बार टॉप 10 सूची में कुल 123 छात्र-छात्राओं को स्थान मिला है। इनमें 60 छात्र और 63 छात्राएं शामिल हैं, जो यह दर्शाता है कि छात्राओं ने भी इस परीक्षा में शानदार प्रदर्शन किया है। बिहार बोर्ड ने यह भी बताया कि परीक्षाओं में निष्पक्षता बनाए रखने के लिए कई सख्त कदम उठाए गए थे, जिससे पारदर्शी परिणाम सामने आए।
संयुक्त रूप से तीन विद्यार्थी बने टॉपर
इस साल की मैट्रिक परीक्षा में तीन परीक्षार्थियों ने संयुक्त रूप से पहला स्थान हासिल किया। ये तीनों विद्यार्थी अलग-अलग जिलों से हैं, जो यह दर्शाता है कि राज्य के विभिन्न हिस्सों में शिक्षा का स्तर बेहतर हो रहा है।
1. समस्तीपुर की साक्षी
अपनी मेहनत और लगन के दम पर साक्षी ने पूरे राज्य में पहला स्थान प्राप्त किया।
2. आरा के रंजन
रंजन ने भी इस परीक्षा में शानदार प्रदर्शन कर टॉप स्थान हासिल किया।
3. पश्चिम चंपारण के अंशु
अंशु ने भी अपनी कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प से राज्य में सर्वोच्च स्थान पाया।
परीक्षा में उत्तीर्ण छात्रों का विवरण
बिहार बोर्ड के अनुसार, इस वर्ष मैट्रिक परीक्षा का कुल पास प्रतिशत 82.11 फीसदी रहा, जो पिछले वर्षों की तुलना में बेहतर है। यह दर्शाता है कि छात्रों की तैयारी और बोर्ड द्वारा की गई परीक्षात्मक व्यवस्था का सकारात्मक प्रभाव पड़ा है।
छात्राओं का बढ़ता प्रदर्शन
पिछले कुछ वर्षों से बिहार बोर्ड परीक्षाओं में छात्राओं का प्रदर्शन सराहनीय रहा है। इस बार भी 63 छात्राओं ने टॉप 10 में स्थान पाकर यह साबित कर दिया कि लड़कियां शिक्षा के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रही हैं। कई सरकारी योजनाओं और जागरूकता अभियानों का भी इसमें बड़ा योगदान माना जा रहा है, जिससे ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों की छात्राएं शिक्षा की ओर अधिक ध्यान दे रही हैं।
परीक्षा के आयोजन और पारदर्शिता
बिहार बोर्ड ने इस वर्ष परीक्षा की निष्पक्षता बनाए रखने के लिए कई सख्त कदम उठाए थे। परीक्षा केंद्रों पर कड़ी निगरानी रखी गई थी और कई जगहों पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए थे। इसके अलावा, उत्तर पुस्तिकाओं की जांच की प्रक्रिया को भी और अधिक पारदर्शी बनाया गया, जिससे छात्रों को उनके सही अंक मिल सकें।
बिहार बोर्ड इस साल भी सभी बोर्डों में सबसे पहले जारी किया 10वीं रिजल्ट
बिहार बोर्ड इस साल भी सभी शिक्षा बोर्डों में सबसे पहले 10वीं बोर्ड का रिजल्ट जारी किया है। इस वर्ष, लगभग 15.85 लाख छात्र मैट्रिक की परीक्षा में उपस्थित हुए थे। बिहार बोर्ड 10वीं यानी मैट्रिक की परीक्षा पास करने के लिए छात्रों को प्रत्येक विषय में कम से कम 33 फीसदी अंक प्राप्त करने होंगे। बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा में टॉप 10 में शामिल होने वाले छात्रों को पुरस्कृत किया जाएगा।
टॉपर को मिलेगी 2 लाख की पुरस्कार राशि
पहला स्थान पाने वाले विद्यार्थी को 1 लाख की जगह अब 2 लाख रुपए दिए जाएंगे वहीं दूसरा स्थान पर आने वाले विद्यार्थी को 1.5 लाख रुपए जबकि तीसरा स्थान हासिल करने वाले छात्र-छात्रा को 1 लाख रुपए प्रोत्साहन राशि सरकार की तरफ से दी जाएगी। वहीं चौथा से 10वां स्थान वाले छात्र-छात्रा को 20 हजार रुपए दिए जाएंगे।
17 फरवरी से 25 फरवरी आयोजित हुई थी 10वीं की परीक्षाएं
बिहार बोर्ड की कक्षा 10वीं की परीक्षाएं 17 फरवरी से 25 फरवरी 2025 तक आयोजित की गई थीं, जिसमें लगभग 15.85 लाख छात्र-छात्राएं शामिल हुए थे। यह परीक्षा बिहार के विभिन्न जिलों में आयोजित की गई, और परीक्षा के आयोजन में निष्पक्षता और सुव्यवस्था का विशेष ध्यान रखा गया था। बिहार बोर्ड ने इस बार भी विद्यार्थियों को बेहतर परीक्षा अनुभव प्रदान करने के लिए कई कदम उठाए थे।
पुनर्मूल्यांकन और कंपार्टमेंटल परीक्षा
जिन छात्रों को अपने अंकों पर संदेह है, वे पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा, जो छात्र परीक्षा में सफल नहीं हो पाए हैं, वे कंपार्टमेंटल परीक्षा देकर एक और मौका पा सकते हैं। बिहार बोर्ड जल्द ही इन परीक्षाओं की तिथि घोषित करेगा। बिहार बोर्ड 10वीं परीक्षा 2025 का परिणाम राज्य के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि रहा है। इस बार छात्रों का प्रदर्शन बेहतर रहा और परीक्षा के परिणाम भी रिकॉर्ड समय में घोषित किए गए। संयुक्त रूप से तीन टॉपर्स का चयन यह दर्शाता है कि राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में शिक्षा का स्तर सुधर रहा है। अब सफल छात्र अपने करियर की अगली दिशा तय कर सकते हैं और असफल हुए छात्र पुनः प्रयास कर सकते हैं। बिहार बोर्ड का यह प्रयास सराहनीय है और यह शिक्षा प्रणाली की बेहतरी की ओर एक सकारात्मक संकेत देता है।

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