मुजफ्फरपुर में प्लास्टिक डब्बा फैक्ट्री में विस्फोट; 3 घर हुए क्षतिग्रस्त, मची अफरा-तफरी

मुजफ्फरपुर, बिहार। मुजफ्फरपुर जिले के मनियारी थाना क्षेत्र स्थित गिद्धा विशुनपुर में शनिवार को प्लास्टिक बनाने वाली फैक्ट्री की हाई कॉम्प्रेशर मशीन ब्लास्ट हो गई। बताया जा रहा है की धमाका इतना जोरदार था कि 3 किलोमीटर तक इसकी आवाज सुनाई पड़ी। मशीन ब्लास्ट करने के बाद उसके पार्ट्स शारदा देवी के घर की छत की बाउंड्री तोड़ते हुए जा गिरे। उस समय वे छत पर थीं। धमाके की आवाज पर संयोगवश उन्होंने सिर नीचे कर लिया, जिससे मशीन के पार्ट्स उनके सिर के ऊपर से होते हुए छत पर गिरे। घटना के बाद अफरातफरी मच गई। आसपास के अन्य दो मकान भी क्षतिग्रस्त हो गए। फैक्ट्री की दीवारें गिर गईं। भगदड़ मच गई। काफी संख्या में लोगों की भीड़ जमा हो गई। वही फैक्ट्री के सामने शारदा देवी और टुनटुन राय का घर है। टुनटुन के घर की दीवारों और छत में दरारें आ गई हैं। उन्होंने बताया कि उक्त फैक्ट्री घनश्याम शर्मा चलवाता था। इस फैक्ट्री में प्लास्टिक के बड़े डिब्बे बनाए जाते हैं। धमाका होने से पूर्व ही फैक्ट्री संचालक और मजदूरों को इसका पता लग गया। क्योंकि फैक्ट्री में गैस भरने लगी थी। इसके बाद सभी मजदूर वहां से भागने लगे। संचालक भी उसी दौरान वहां से निकल गया।

स्थानीय लोगों ने बताया कि फैक्ट्री छह माह से चल रही थी। वहीं, कुछ लोगों का कहना है कि एक साल से अधिक से चल रही थी। जब ये फैक्ट्री बन रही थी, उसी समय स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया था। लेकिन, वह नहीं माना। उल्टे लोगों को धमकाने लगा कि रंगदारी मांगने का केस करवा देगा। इससे आसपास के लोगों ने चुप्पी साध ली। इसके बाद फैक्ट्री चालू हो गई। इस फैक्ट्री में 10-12 मजदूर काम करते थे। जो प्रतिदिन सुबह 9 बजे आते थे। फिर शाम को 5 बजे चले जाते थे। घटना के बाद से किसी मजदूर का पता नहीं लग रहा है। सभी पहले ही भाग गए थे। मजदूर आसपास के गांव के रहने वाले बताए जा रहे हैं। स्थानीय लोग मजदूरों को खोज रहे हैं।

घटना की सूचना पर मनियारी थानेदार अजय पासवान दलबल के साथ मौके पर पहुंचे। स्थानीय लोगों से घटना के संबंध में पूछताछ की। इसके बाद पुलिस वहां से लौट गई। इससे लोगों में आक्रोश व्याप्त है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस बिना किसी कार्रवाई के यहां से लौट गई। उन लोगों का जो क्षति हुई है, उसकी भरपाई कौन करेगा। वही फैक्ट्री की दीवार पर एक बोर्ड लगा है। जिस पर प्रोप्रायटर​​​​​​​ के सामने नंद लाल सिंह का नाम लिखा हुआ है। फैक्ट्री का नाम NLS Polymer लिखा है। इस पर 3 मोबाइल नंबर भी हैं। लेकिन, तीनों बंद हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि नंद लाल सिंह को वे लोग नहीं जानते हैं। वह कभी फैक्ट्री पर आता भी नहीं था। घनश्याम शर्मा ही फैक्ट्री चलवाता था।

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