RJD के ऑफर पर BJP का पलटवार, सांसद जायसवाल बोले- दिन में देख रहे हैं सपने
पटना। बिहार को विशेष राज्य का दर्जा और जातीय जनगणना के मुद्दे पर राजद ने जदयू को साथ आने का ऑफर दिया है। इसके एक दिन बाद बिहार भाजपा अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने राजद पर पलटवार किया। उन्होंने पार्टी को समाजवादी नेताओं का परजीवी (दूसरों को सहारा लेने वाला) समूह बताया है। राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव पर अप्रत्क्ष तौर पर हमला करते हुए बीजेपी सांसद ने फेसबुक पर लिखा, ‘बिहार की राजनीति में समाजवादी परजीवी नेताओं की एक विचित्र जमात है। बात ये सदैव कर्पूरी ठाकुर और लोहिया की करेंगे पर कब बिना कोई काम धंधा किये पशु चिकित्सा महाविद्यालय के चपरासी क्वार्टर से अरबपति हो जाएंगे किसी को पता भी नहीं चलेगा।

इन परजीवी नेताओं की जोंक से तुलना करते हुए जायसवाल ने कहा, ‘जोंक जिस प्रकार मनुष्य का इंतजार करता है और एक बार में ही मनुष्य रक्त मिलने पर महीनों का प्रबंध कर लेता है, उसी प्रकार समाजवादी परीजीवी नेता भी सत्ता का इंतजार करते रहते हैं। जिस उम्र में राम भजन करना चाहिए उस उम्र में भी इस बात का इंतजार है कि कब किसी गलती से सत्ता पुनः मिल जाए और फिर पिछली बार की भांति गरीबों का दोहन कर सकें। उन्होंने कहा, ‘जिन्होंने 1990 से 2005 के कार्यकाल मे बिहार की स्थिति 1947 की तरह कर दी वह पूछते हैं कि हम नीति आयोग की रैंकिंग मे सबसे पीछे क्यों हैं। कभी गलती से भी 2005 में बिहार के प्रति व्यक्ति की आय और 2020 में प्रति व्यक्ति की आय में तुलना कर लेते तब उन्हें समझ में आता कि सरकार ने क्या काम किया है।’
राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगतानंद सिंह के प्रस्ताव का जिक्र करते हुए, जिसमें उन्होंने जदयू को विशेष राज्य का दर्जा और जातीय जनगणना के मुद्दे पर आगे बढ़ने और पार्टी का समर्थन देने का ऑफर दिया था, इसपर पलटवार करते हुए जायसवाल ने कहा, ‘बेचारे समाजवादी परजीवी की तरह सत्ता पाने का येन केन प्रकारेण मौका ढूंढ रहे हैं। पर अफसोस उनका यह दिवास्वप्न सिर्फ दिवास्वप्न ही बनकर रह जाएगा। तेजस्वी यादव पर हमला करते हुए जायसवाल ने कहा, ‘2020 के विधानसभा चुनाव में युवा नेता जी ने अपने माता पिता की तस्वीर सभी पोस्टरों से हटाकर एक छद्म जाल रचा था कि हम नये उम्मीद के साथ नया बिहार बनाएंगे पर उस समय भी उनके साजिशों का पर्दाफाश प्रदेश अध्यक्ष जी ने यह कहकर, कर दिया कि हम सत्ता में आए तो 2005 से पहले की स्थिति बहाल करेंगे।’
जायसवाल ने बाद में एचटी से बात करते हुए कहा कि भाजपा केवल दो जातियों- अमीर और गरीब में विश्वास करती है। यह गरीबों के लिए नरेंद्र मोदी सरकार की 60 से अधिक कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से परिलक्षित होता है। उन्होंने कहा, ‘स्वाभाविक रूप से, अल्पसंख्यक और अनुसूचित जाति इन योजनाओं के प्रमुख लाभार्थी हैं, लेकिन जाति या धर्म के आधार पर योजनाएं नहीं बनाई जाती हैं। विपक्ष राजनीति से परे नहीं देखता है और वे जो कुछ भी करते हैं वह सत्ता की राजनीति का हिस्सा है। वे अपने फायदे के लिए जातियों का इस्तेमाल करने में माहिर हैं। वे सत्ता के भूखे हैं।’

