November 24, 2025

मुकेश सहनी का दावा, कहा- नीतीश से सीएम का पद जल्द छीनेगी बीजेपी, मीडिया के सामने जल्द सामने आएंगे तेजस्वी

पटना। बिहार की सियासत में नए राजनीतिक बयान और दावों का दौर लगातार जारी है। इसी क्रम में विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख मुकेश सहनी ने एक बार फिर बड़ा राजनीतिक दावा किया है। शनिवार को मीडिया से बातचीत में सहनी ने कहा कि “नीतीश कुमार से मुख्यमंत्री का पद भी बीजेपी जल्द ही छीन लेगी।” सहनी के इस बयान ने बिहार की राजनीति के गलियारों में नई हलचल पैदा कर दी है। यह बयान ठीक उस समय आया है जब राज्य में नई सरकार के गठन के बाद विभागों का बंटवारा किया गया है और बीजेपी नेता सम्राट चौधरी को महत्वपूर्ण गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है। सहनी का कहना है कि गृह विभाग मिलने के बाद भविष्य में मुख्यमंत्री पद भी बीजेपी के खाते में जा सकता है। उनके अनुसार, यह बिहार की राजनीति में बड़ा सत्ता परिवर्तन हो सकता है और जेडीयू धीरे-धीरे किनारे होती दिख रही है।
“जल्द मीडिया के सामने होंगे तेजस्वी”
बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की करारी हार के बाद राजद नेता तेजस्वी यादव अब तक मीडिया से दूरी बनाए हुए हैं। इसको लेकर भी राजनीतिक हलकों में तमाम तरह की चर्चाएं जारी हैं। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए मुकेश सहनी ने कहा कि “तेजस्वी यादव जल्द ही मीडिया के सामने आएंगे। वे फिलहाल रणनीति बनाने और कुछ पारिवारिक कार्यक्रमों में व्यस्त हैं।” सहनी ने कहा कि हार किसी भी गठबंधन के लिए चुनौतीपूर्ण होती है, लेकिन इससे उबरने के लिए नेतृत्व को समय देना जरूरी है। उनके अनुसार, तेजस्वी की चुप्पी को कमजोरी के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए, बल्कि इसे आगे की राजनीति की तैयारी के रूप में समझना चाहिए।
तेजस्वी परिवार के साथ दिल्ली रवाना
इधर, राजद नेता तेजस्वी यादव शनिवार को अपने परिवार के साथ दिल्ली के लिए रवाना हो गए। पटना एयरपोर्ट पर तेजस्वी की पत्नी, बेटे-बेटियों को मीडिया के कैमरों ने कैद किया, हालांकि तेजस्वी खुद अपनी गैरमौजूदगी को लेकर कोई बयान नहीं दे पाए। महागठबंधन की हार के बाद तेजस्वी यादव की चुप्पी और राजनीतिक गतिविधियों में कमी को लेकर विपक्षी दल लगातार सवाल उठा रहे हैं। वहीं तेजस्वी के दिल्ली रवाना होने को लेकर राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि वे शायद आगामी रणनीति को लेकर परिवार और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से चर्चा करने जा रहे हैं।
महागठबंधन की हार और राजनीति में नई हलचल
हाल ही में संपन्न हुए बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन को करारी हार मिली है। राजद और उसके सहयोगियों के कई गढ़ इस चुनाव में ढह गए। वहीं एनडीए को स्पष्ट बहुमत मिलने के बाद बीजेपी और जेडीयू के बीच सत्ता-साझेदारी नए समीकरणों की ओर इशारा कर रही है। ऐसे माहौल में मुकेश सहनी का यह दावा कि “बीजेपी जल्द ही मुख्यमंत्री पद भी ले लेगी,” न केवल राजनीतिक बहस को तेज करता है, बल्कि जेडीयू-बीजेपी संबंधों पर भी सवाल खड़े करता है। हालांकि जेडीयू की ओर से इस बयान पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन पार्टी के कई नेताओं ने अनौपचारिक बातचीत में इसे “बेतुका दावा” बताया है।
राजनीतिक विश्लेषकों की राय
राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि बिहार की सियासत हमेशा से अप्रत्याशित मोड़ों के लिए जानी जाती रही है। सम्राट चौधरी को गृह मंत्रालय जैसे महत्वपूर्ण विभाग का मिलना निश्चित रूप से बीजेपी की बढ़ती राजनीतिक पकड़ को दर्शाता है, लेकिन क्या मुख्यमंत्री पद का परिवर्तन होगा, यह कहना अभी जल्दबाज़ी होगी। विशेषज्ञों का मानना है कि आगामी महीनों में राज्य के राजनीतिक समीकरण और अधिक स्पष्ट होंगे। महागठबंधन की हार के बाद विपक्ष की रणनीति और एनडीए की एकजुटता आने वाले समय में बिहार की सियासत का स्वरूप तय करेगी। मुकेश सहनी के ताज़ा बयान ने बिहार की राजनीति में नई चर्चा छेड़ दी है। एक तरफ जहां वे बीजेपी को भविष्य का मुख्यमंत्री दल बताते हैं, वहीं तेजस्वी की चुप्पी पर भी आश्वासन देते हुए कहते हैं कि वे जल्द सामने आएंगे। बिहार की सियासी उठापटक के बीच यह बयान आने वाले दिनों में राजनीतिक तापमान को और बढ़ा सकता है।

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