शिक्षकों के माध्यम से अपना उल्लू सीधा करना चाहती है भाजपा, केवल दिखावे के लिए किया विधानसभा मार्च : जदयू

पटना। विधानसभा में हुए उपद्रव को दुखद बताते हुए जदयू के राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि भाजपा ने देश के युवाओं को तो ठगा ही है लेकिन बिहार युवाओं विशेषकर शिक्षक अभ्यर्थियों के खिलाफ वह गहरी साजिश रच रहे हैं। राज्य सरकार ने युवाओं के हित को ध्यान में रख कर नियमावली में सुधार कर रही है। लेकिन भाजपा डोमिसाइल के नाम पर उन्हें भड़का कर अपना उल्लू सीधा करना चाहती है। यह लोग चाहते हैं कि कोर्ट-कचहरी के चक्कर में यह बहालियां भी रुक जाएं और हमारे युवा अगले 7-8 साल तक नौकरी से वंचित हो जाएं। उन्होंने कहा कि वास्तव में विपक्षी एकता से परेशान भाजपा अब शिक्षक अभ्यर्थियों के कंधे का सहारा लेकर अपना निशाना साध रही है। सरकार के खिलाफ कोई मुद्दा न मिलने से बौखलाए यह लोग शिक्षकों को भड़काने पर तुले हैं। भाजपा यह जानती है कि नीतीश सरकार शिक्षकों की सबसे बड़ी हितैषी है। सरकार किसी भी कीमत पर उनके साथ ज्यादती नहीं करने वाली। इसीलिए भाजपा उन्हें मोहरा बना कर अपनी राजनीति चमकानी चाहती है। उन्होंने कहा कि भाजपा अच्छे से जानती है कि जिन राज्यों ने भी डोमिसाइल की नीति को लागू करने का प्रयास किया था, उसे कोर्ट ने ख़ारिज कर दिया। आज यह किसी भी राज्य में लागू नहीं है। यहां तक कि पंचायतों से शिक्षकों के नियोजित होते समय भी भारत के समस्त नागरिकों के योग्य होने की बात थी। इसके अलावा जब 1.68 लाख नियोजित शिक्षकों की बहाली हुई थी तब महज 4000 लोगों के आस-पास ही अन्य राज्यों से थे। भाजपा को बताना चाहिए कि यदि यह संविधान के अनुरूप नहीं था तो उस समय उन्होंने विरोध क्यों नहीं किया था। राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि हर कोई अच्छे से जानते हैं कि बिहारियों की सबसे बड़ी पूंजी मानव संसाधन ही है। बिहार के लोग बड़ी संख्या में देश के अन्य भागों में काम करते हैं। यदि भाजपा की मांग को मानते हुए, जो संविधान के अनुच्छेद 16 (प) और (पप) का उल्लंघन भी है, देश के अन्य राज्य भी डोमिसाइल की नीति को लागू कर दें तो सबसे अधिक नुकसान बिहार के प्रतिभावान युवाओं का ही होगा। उन्होंने कहा कि वास्तव में पटना में आयोजित विपक्षी दलों की संयुक्त बैठक के बाद भाजपा की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है। इस बैठक ने भाजपा के बिहार से लेकर केंद्रीय स्तर तक के नेताओं के माथे से पसीना छुड़ा दिया है। यह लोग इतने नर्वस हो चुके हैं कि यह लोग सीधे सीधे दुष्प्रचार पर उतर आये हैं।

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