पांचवें चरण के मतदान से पहले बीजेपी पर लालू का बड़ा हमला, देशवासियों के नाम संदेश से लोगों को किया सावधान

- राजद सुप्रीमो बोले- आप लोग सावधान हो जाइए, भाजपा संविधान और आरक्षण खत्म कर गुलाम बना देगी, इसबार लड़ाई लड़नी होगी
पटना। लोकसभा चुनाव 2024 के बीच राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर हमला बोला है। लालू ने गुरुवार को सोशल मीडिया पर जनता के नाम संदेश जारी कर बीजेपी पर संविधान और आरक्षण को खत्म करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बीजेपी के नेता नया संविधान लाकर लोगों को मानसिक रूप से गुलाम बनाना चाहती है। आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव ने गुरुवार को अपने सोशल मीडिया अकाउंट से देशवासियों के नाम संदेश साझा किया। इसमें उन्होंने लोगों से कहा कि सतर्क और सावधान हो जाएं। भाजपा आपका आरक्षण, देश का लोकतंत्र और संविधान खत्म करने पर तुल गई है। देश का संविधान नहीं रहेगा तो लोकतंत्र भी नहीं रहेगा। आप देश के समान रूप से नागरिक भी नहीं रहेंगे। आप ऐसे नागरिक नहीं रहेंगे जिनके पास अधिकार होंगे, संवैधानिक सुरक्षा और उपचार के उपाय होंगे। आप चंद लोगों के गुलाम मात्र रह जाएंगे। उन्होंने कहा कि संविधान है तो आरक्षण है और आरक्षण है तो गैर बराबरी, उत्पीड़न एवं अत्याचार से सुरक्षा है। समानता का भाव है, उपचार है। भाजपाई चाल चरित्र से समता विरोधी हैं। ये लोग संविधान व आरक्षण खत्म कर समाज में गैर बराबरी बढ़ा लोगों को पुनः मानसिक गुलाम बनाना चाहते हैं। लालू ने आगे कहा कि बार-बार भाजपा के नेता स्पष्ट रूप से कह रहे हैं कि वे लोकतंत्र को खत्म करना चाहते हैं, नया संविधान बनाना चाहते हैं, आरक्षण को खत्म करना चाहते हैं लेकिन आरक्षण और संविधान विरोधी बयानबाजी पर प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने किसी भी नेता और प्रत्याशी पर कभी भी कोई भी कार्रवाई नहीं की है। स्पष्ट दिखता है उन्हें जानबूझकर भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से हरी झंडी मिली हुई है। अपने ऐसे बयानों से भाजपाई लोग आरक्षण और संविधान के प्रति आपकी गंभीरता, सजगता और प्रतिबद्धता को जांचते हैं। उन्होंने कहा, “अगर आज आप संविधान, आरक्षण और लोकतंत्र बचाने की लड़ाई में अपना योगदान नहीं करेंगे तो आप और आपकी आने वाली पीढ़ियाँ उसी प्रताड़ना और उपेक्षा के दुष्चक्र को जियेंगीं जिसे कभी आपके पूर्वजों ने जिया था। आपके उलाहना, उत्पीड़न और अभाव के पुराने दिन वापस आएंगे और हाथ मलने के अलावा आपके पास कोई उपाय नहीं रह जाएगा। इसलिए लोकतंत्र के इस पर्व में बढ़ चढ़कर हिस्सा लें और संविधान व आरक्षण विरोधी बीजेपी को कड़ा सबक़ सिखाएं।
