बीजेपी का तेजस्वी पर पोस्टर से हमला, बताया योजनाओं का क्रेडिट चोर, कहा- लोग मस्त, क्रेडिट चोर तेजस्वी पस्त

पटना। बिहार विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच सियासी जंग और तेज होती जा रही है। इस बार जंग के केंद्र में है पोस्टर वार, जिसके जरिए दोनों खेमे एक-दूसरे पर हमला कर रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी ने अपने ऑफिशियल सोशल मीडिया पेज पर एक पोस्टर जारी कर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को सीधा निशाना बनाया है।
बीजेपी का आरोप- योजनाओं का क्रेडिट चुरा रहे तेजस्वी
बीजेपी ने अपने पोस्टर में लिखा है कि बिहार के लोग मस्त हैं और क्रेडिट चोर तेजस्वी पस्त हैं। इस पोस्टर में राज्य सरकार द्वारा हाल ही में की गई कुछ बड़ी घोषणाओं को प्रमुखता से दिखाया गया है। पोस्टर में 1 करोड़ रोजगार देने का वादा, 1100 रुपये पेंशन, 125 यूनिट मुफ्त बिजली और 35 प्रतिशत महिला आरक्षण की बातें शामिल की गई हैं। बीजेपी का कहना है कि ये सभी घोषणाएं राज्य सरकार ने की हैं लेकिन तेजस्वी यादव इनका क्रेडिट लेने की कोशिश कर रहे हैं। बीजेपी ने इसे जनता के साथ धोखा बताया है और तेजस्वी को झूठा करार दिया है।
तेजस्वी यादव का पलटवार
बीजेपी के इस पोस्टर हमले पर तेजस्वी यादव ने भी पलटवार करने में देर नहीं लगाई। उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें एक महिला गाना गाकर प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी पर तंज कस रही है। गाने में कहा गया है कि ‘मोतिहारी की चाय फीकी है, मोदी जी चीनी मिल अपने लगवाए नहीं मोदी जी।’ तेजस्वी ने इस गाने के जरिए प्रधानमंत्री के मोतिहारी दौरे और वहां के अधूरे वादों को याद दिलाया। तेजस्वी ने कहा कि प्रधानमंत्री और बीजेपी ने बिहार के लोगों से बड़े-बड़े वादे किए लेकिन अब तक कोई ठोस काम नहीं हुआ।
लालू यादव ने भी साधा निशाना
तेजस्वी यादव के हमले के बाद राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव भी पीछे नहीं रहे। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया मोतिहारी दौरे पर कटाक्ष किया। लालू यादव ने सोशल मीडिया पर पीएम मोदी की तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा, ‘जुमला सुनने फिर कब आओगे?’ लालू यादव ने कहा कि बिहार के लोगों को अब जुमलेबाजी पसंद नहीं है और मतदाता इस बार किसी तरह की हेरा फेरी नहीं होने देंगे।
चुनावी माहौल में आरोप-प्रत्यारोप
बिहार चुनाव में पोस्टर वार और सोशल मीडिया वार नई बात नहीं है। हर चुनाव में बड़े-बड़े पोस्टर और आरोप-प्रत्यारोप देखने को मिलते हैं। लेकिन इस बार मुद्दा विकास योजनाओं का क्रेडिट चुराने का बन गया है। बीजेपी जहां खुद को योजनाओं का असली हकदार बता रही है वहीं तेजस्वी यादव इन योजनाओं को अपनी पहल बता रहे हैं।
जनता किस पर करेगी भरोसा
फिलहाल यह देखना दिलचस्प होगा कि बिहार की जनता इस पोस्टर वार और सोशल मीडिया के इस सियासी संग्राम को किस नजर से देखती है। क्या जनता बीजेपी की बातों पर भरोसा करेगी या तेजस्वी यादव के तंज और लालू यादव के कटाक्ष का असर होगा? चुनावी रणभूमि में यह साफ होगा कि किसका प्रचार जनता को ज्यादा प्रभावित करता है।
आगे भी जारी रहेगा जुबानी जंग
चुनाव नजदीक हैं और राजनीतिक दलों की एक-दूसरे पर छींटाकशी आने वाले दिनों में और तेज होगी। अब देखना है कि पोस्टर वार के बाद कौन सी पार्टी जनता के मुद्दों को लेकर सीधा संवाद स्थापित करती है और किसे वोटर ज्यादा भरोसेमंद मानते हैं। फिलहाल तो बिहार की सियासत में पोस्टर और सोशल मीडिया वार ने चुनावी जंग को और दिलचस्प बना दिया है।
