September 16, 2025

यूक्रेन में फंसे बिहारी छात्रों की बिहार वापसी की शुरू हुई कवायद, 26 फरवरी से भरेगें उडान

बिहार। रूस और यूक्रेन के बीच तनातनी के बीच भारतीय मूल के कई मेडिकल छात्र यूक्रेन के जेप्रोजिया में फंसे हैं। इनमें उत्तर बिहार के एक दर्जन से अधिक छात्र हैं। भारतीय दूतावास द्वारा छात्रों की वापसी के लिए विशेष चार्टर्ड उड़ानों का इंतजाम किया गया है। दूतावास के निर्देश बाद सभी छात्र स्वदेश लौटने के लिए राजी हो गए हैं। इन लोगों ने टिकट भी ले लिया है। मुजफ्फरपुर सदर थाने के बीबीगंज निवासी रियल स्टेट कारोबारी अमरेश कुमार सिन्हा के पुत्र आशीष चंद्रा 26 फरवरी को यूक्रेन की राजधानी कीव से एयरलिफ्ट होंगे। वहां से वह दुबई पहुंचेंगे जहां से अगले दिन दिल्ली के लिए उड़ान लेंगे। आशीष 28 फरवरी को दिल्ली पहुंचेंगे।

वहीं, समस्तीपुर के राकेश कुमार को 28 फरवरी का टिकट मिला है। राकेश दोहा के रास्ते दो मार्च को मुंबई पहुंचेंगे। पांच दिन मुंबई में रुककर समस्तीपुर के पूसा अपने घर पहुंचेंगे। मोबाइल पर बातचीत में राकेश ने बताया कि जेप्रोजिया में रह रहे बिहार के 80 छात्रों को एयर टिकट मिल चुका है। 10 मार्च तक फ्लाइट की सभी श्रेणी के टिकट बुक हैं। छात्रों ने भारतीय दूतावास से विशेष फ्लाइट की व्यवस्था करने का अनुरोध किया है। राकेश ने बताया कि संभावना जताई जा रही है कि होली के पहले सभी अपने घर पर होंगे। आशीष चंद्रा ने फोन पर बताया कि वे यूक्रेन और रूस के बॉर्डर से सटे जेप्रोजिया ओ-ब्लास्ट सिटी में रह रहे हैं। यहां से 35 किमी पर रूस का बॉर्डर है। दोनों देशों के बीच जारी तनातनी से वे भयभीत हैं। सुरक्षा को लेकर खतरा महसूस कर रहे हैं। भारतीय अधिक भयभीत हैं, लेकिन अब फ्लाइट मिलने से कुछ राहत मिली है।

यूपी और बंगाल के भी छात्र फंसे

छात्रों ने बताया कि जेप्रोजिया में तनाव बढ़ रहा है। वहां रह रहे दूसरे देशों के नागरिक लगातार यूक्रेन छोड़कर जा रहे हैं। बिहार के अलावा यूपी, बंगाल आदि राज्यों के भी छात्र फंसे हुए हैं। मंगलवार को यूपी के सैकड़ों छात्र भारत के लिए रवाना हुए। उन्होंने बताया कि सभी छात्र डरे-सहमे हैं। अनहोनी की आशंका सता रही है।

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