छठ महापर्व 2022 : गंगा नदी पर बिहार के छात्रों का कमाल, पेंटिंग के माध्‍यम से लोगों को दे रहे संदेश, 21 फीट लंबी बनाई गई पेंटिंग

पटना। राजधानी सहित पुरे बिहार में छठ महापर्व शुक्रवार को नहाय-खाय के साथ आरंभ हो रहा है। वही इस अवसर पर बिहार के कुछ छात्रों व कलाकारों ने गंगा नदी पर 21 फीट लंबी व 15 फीट चौड़ी छठ पूजा पेंटिंग बनाई है। बता दे की छठ पूजा वैसे तो हर जगह होती है। लेकिन बिहार, झारखंड व पूर्वी उत्‍तर प्रदेश में इससे लोक आस्‍था गहरी जुड़ी है। यह 4 दिवसीय महापर्व शुक्रवार को नहाय खाय के साथ आरंभ हो रहा है। बता दे की शनिवार को खरना है, तो रविवार को सायंकालीन अर्घ्‍य दिया जाएगा। वही अगले सुबह सोमवार को प्रात:कालीन अर्घ्‍य के साथ व्रत की समाप्ति हो जाएगी।
पेंटिंग को वर्ल्‍ड बुक आफ रिकार्ड में जगह दिलाएगा विवि
बिहार के छात्रों व कलाकारों द्वारा बनाई गई छठ पूजा पेंटिंग को लेकर एमिटी विश्‍वविद्यालय के प्रो. वाइस चांसलर विवेकानंद पांडेय कहते हैं कि वे इसे वर्ल्‍ड बुक आफ रिकार्ड में जगह दिलाने की कोशिश करेंगे। ताकि पूरी दुनिया इसे देख सके। वे कहते हैं कि छठ व्रत में डूबते व उगते सूर्य को अर्घ्‍य देना बताता है कि दोनों का महत्‍व है। वही इस पर्व में शुद्धता का भी खास ध्‍यान रखा जाता है।
काटन फैब्रिक पर प्राकृतिक रंगों से बनाई गई है पेंटिंग
वही एमिटी विश्‍वविद्यालय की छात्रा अंकिता बताती है कि पेटिंग में छठ व्रत की शुरुआत करने वाली 2 प्रमुख चरित्रों द्रौपदी एवं सीता को दिखाया गया है। वही उन्होंने बताया की काटन फैब्रिक पर बनाई गई पेंटिंग के माध्‍यम से यह संदेश दिया गया है कि छठ व्रत पुरानी पीढ़ी के साथ-साथ नई पीढ़ी के लिए भी है।

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