BIHAR : स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव पहुंचे पीएमसीएच, किया निरीक्षण; जिंदा व्यक्ति को बता दिया था मृत और जारी कर दिया था डेथ सर्टिफिकेट

पटना। बिहार के सबसे बड़े अस्पताल पीएमसीएच का कारनामा जानने के बाद स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत सोमवार को पीएमसीएच पहुंचे हैं। रविवार को पीएमसीएच ने जिंदा व्यक्ति को मृत बताते हुए डेथ सर्टिफिकेट तक बना दिया था, यहीं नहीं उसके परिजनों को दूसरे मृतक की डेड बॉडी सौंप दी थी। हालांकि मीडिया में मामला सामने आने के बाद पीएमसीएच अधीक्षक ने तत्काल कार्रवाई करते हुए संविदाकर्मी हेल्थ मैनेजर को हटा दिया। आज उक्त मामले की जांच करने प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत आए थे। हालांकि आधिकारिक तौर पर न उन्होंने ऐसा कुछ कहा और न ही पीएमसीएच प्रशासन ने कुछ बताया है।
प्रधान सचिव रविवार वाले मामले की जांच करने पटना मेडिकल कॉलेज पहुंचने के बाद सीसीटीवी कैमरा के साथ रजिस्टर की भी जांच की। कोविड वार्ड में बेड की संख्या देखा और जिस चुन्नू कुमार के मामले में पीएमसीएच ने इतनी बड़ी लापरवाही की, उस वार्ड का भी निरीक्षण किया। पीएमसीएच ने इस घटना को लेकर एचओडी एनस्थीसिया, एचओडी मेडिसिन और एचओडी पेडियाटिक्स को शामिल कर 3 सदस्यीय कमेटी बनाई है। इस टीम को 3 दिन में रिपोर्ट देनी है।
उल्लेखनीय है कि रविवार को पीएमसीएच ने कोविड से 40 साल के एक शख्स की मौत का प्रमाण पत्र दिया और फिर पैक कर उसकी डेड बॉडी भी परिजनों को सौंप दी, जबकि वह आदमी इसी अस्पताल में जिंदा था। उसकी स्थिति में सुधार भी था। इसका पता उस वक्त चला जब कोविड पॉजिटिव के बावजूद जिंदा व्यक्ति के परिजनों ने अंत्येष्टि से पहले कफन हटाकर मृतक का चेहरा देखा तो वह नहीं बल्कि किसी दूसरे का शव था। उसके बाद परिजन दौड़ते भागते वापस पीएमसीएच पहुंचे और अंदर जाकर पड़ताल की तो अपने मरीज को जिंदा पाया।

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