मंत्री शहनवाज हुसैन ने किया बिहार पवेलियन का उद्घाटन, बोले- कोरोना काल में बिहार में आया सबसे ज्यादा निवेश का प्रस्ताव

पटना। कोरोना काल में बिहार में सबसे ज्यादा निवेश का प्रस्ताव आया। इसकी वजह यह है कि बिहार अब पुराना बिहार नहीं रहा। सीएम नीतीश के कार्यालय में बिहार का लॉ आर्डर बेहतर हुआ है। यह बात बिहार के उद्योग मंत्री शहनवाज हुसैन ने प्रगति मैदान में चल रहे 40वें अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला में बिहार दिवस पर बिहार पवेलियन का विधिवत उद्घाटन करने के बाद आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में कही।
बिहार में चार बड़े एक्सपो का आयोजन किया जाएगा : उन्होंने कहा कि जो लोग कहते थे कि बिहार में उद्योग लग सकता, उन्हें मैं आमंत्रित करूंगा कि यहां आकर देखें कि यहां उद्योग भी लगा है। उन्होंने कहा कि बिहार में चार बड़े एक्सपो का आयोजन पटना, नालंदा, भागलपुर और गया में किया जाएगा। उन्होंने एनडीए सरकार की सराहना करते हुए कहा कि कोरोना काल में बुनकरों को 10-10 हजार रुपए की सहायता राशि दी गई है। उन्होंने बताया कि गया में दो हजार एकड़ में इंडस्ट्रियल एरिया विकसित किया जा रहा है और अभी 17 प्लांट को लगाने की अनुमति मिली है। अगले साल के दूसरे महीने से प्लांट का उद्घाटन शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि ‘कुछ दिन तो गुजारिये गुजरात’ की तरह अब बिहार को लेकर मैं तो यह कहूंगा कि ‘एक बार तो आइए बिहार’।


बिहार पवेलियन का किया परिभ्रमण
इस दौरान उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन ने बिहार पवेलियन का परिभ्रमण भी किया। मौके पर सांसद मनोज तिवारी, भाजपा प्रवक्ता संजय मयूख, बिहार सरकार के उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव ब्रजेश मल्होत्रा, निदेशक रूपेश कुमार श्रीवास्तव, उपेंद्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान के निदेशक अशोक कुमार सिन्हा, बिहार पवेलियन के निदेशक विशेश्वर प्रसाद, बिहार सूचना केंद्र के सहायक निदेशक लोकेश कुमार झा, पवेलियन के मेला प्रभारी धर्मेन्द्र कुमार सिंह व विकास कुमार सहित कई लोग मौजूद रहे।
स्टॉल संचालकों से की बातचीत
मंत्री ने उद्घाटन के बाद यहां लगे स्टॉल संचालकों से बातचीत की और उनके काम के बारे में जानकारी हासिल की। उन्होंने यहां लाइव डेमो दे रही मधुबनी पेंटिंग के लिए पद्मश्री पाने वाली दुलारी देवी से भी मिले। बिहार पवेलियन में कुल 41 स्टॉल लगे हैं, जिनमें 5 स्टॉल तो स्टार्टअप के हैं और 21 हस्तशिल्पियों और 20 स्टाल बुनकरों के हैं। उन्होंने कहा कि यहां के स्टाल को आत्मनिर्भर गांव से आत्मनिर्भर बिहार और फिर आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना को साकार करना है। उन्होंने कहा कि मुझे खुशी हो रही है कि बिहार स्टार्टअप नीति 2017 के तहत 5 स्टार्टअप को लाभ प्राप्त हुआ और वो एप्लिक काल, सुजनी कला और मधुबनी पेंटिंग की कलाकारी को अत्याधुनिक प्रबंधन कौशल के साथ आगे बढ़ा रहे हैं।
सांस्कृतिक संध्या का आयोजन
वहीं, बिहार दिवस पर प्रगति मैदान के एम्फीथियेटर में सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया, जिसमें बिहार के पारंपरिक लोक संगीत के गायक एवं गायिकाओं ने अपनी प्रस्तुति से बिहार दिवस के सांस्कृतिक संध्या को यादगार बना दिया।

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