तेजस्वी का एनडीए पर हमला, कहा- 40 में से 39 सांसद इनके, फिर भी बिहार को विशेष पैकेज नहीं मिला
पटना। लोकसभा चुनाव के पहले चरण के लिए वोटिंग 19 अप्रैल को है। बिहार की चार सीटों नवादा, जमुई, औरंगाबाद और गया में मतदान होगा। इसी बीच बिहार में चुनाव प्रचार को लेकर एक बार फिर पूर्व डिप्टी सीएम और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने बिहार की एनडीए पर जमकर हमला किया है। उन्होंने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने कहा कि बिहार ने मोदी जी को 40 में से 39 सांसद दिए। केंद्र में 10 साल से बीजेपी की सरकार है। 17 साल से बिहार में सरकार, केंद्र में मंत्री हैं। दिल्ली में इनका शासन, पटना में इनका शासन प्रशासन। सीबीआई, ईडी, आईटी के साथ बड़े पूंजीपति भी इनके साथ हैं। फिर भी बिहार के युवाओं को नौकरी, विशेष राज्य का दर्जा और विशेष पैकेज नहीं मिला। बिहार में इंडस्ट्री लगाने के लिए और क्या चाहिए? तेजस्वी ने आगे कहा कि इतने सांसद और डबल इंजन सरकार के बावजूद भी आप बिहार को कुछ ना देकर उल्टा बिहारियों को ही भला-बुरा कहने बिहार आते हैं। तो अबकी बार बिहार के लोग आपको कड़ा सबक सिखाएंगे। इधर, तेजस्वी के बयान बीजेपी और जदयू ने पलटवार किया है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि लालू यादव ने कभी विकास की बात नहीं की। तेजस्वी यादव के डीएनए में ही जंगलराज है। गिरिराज ने पूछा की 17 महीने की सरकार में तेजस्वी के पास 5 विभाग थी। उनमें से कितने विभाग में कितने लोगों को नौकरी दी। वहीं, जदयू ने मां-बाप के राज का हिसाब मांगा है। तेजस्वी यादव अपनी चुनावी रैलियों में लगातार बीजेपी पर हमलावर हैं। फिर चाहे वो रोजगार का मुद्दा हो, परिवारवाद का मुद्दा हो, या फिर बिहार के लिए स्पेशल स्टेटस का मुद्दा हो। इससे पहले मीसा भारती ने भी बीजेपी पर तीखा हमला बोला था। और कहा था कि अगर इंडिया अलायंस की सरकार आई तो पीएम मोदी समेत बहुत सारे नेता जेल में होंगे। वहीं बिहार में एनडीए के चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी खुद पीएम मोदी ने संभाल रखी है। बीते दिन तीन दिनों में उन्होने दो बार बिहार का दौरा किया। और अब फिर से 16 अप्रैल को गया और पूर्णिया में चुनावी रैली करेंगे।