बिहार में कोरोना के साथ चमकी बुखार का भी कहर,एसकेएमसीएच में दो बच्चियों की मौत

पटना। कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरों के मद्देनजर लगाए गए राष्ट्रव्यापी लॉक डाउन के दौरान बिहार में अब चमकी बुखार का खतरा भी गंभीर होकर मंडराने लगा है।मुजफ्फरपुर स्थित एसकेएमसीएच में आज दो बच्चियों की चमकी बुखार से मौत हो गई।चमकी बुखार से पीड़ित बताए जा रहे इन दोनों बच्चियों के मौत ने राज्य के स्वास्थ्य महकमे में खलबली मचा कर रख दी है। दरअसल,राज्य का स्वास्थ्य विभाग दावा कर रहा था कि कोरोनावायरस के खतरों से लड़ने के दौरान उसने राज्य में हर साल आने वाले चमकी बुखार से निपटने के भी व्यापक इंतजामात किए हैं।हालांकि स्वास्थ विभाग का इंतजाम किस हद तक चमकी बुखार के घर पर रोक लगा सकता है,यह तो आने वाला वक्त बताएगा।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक एसकेएमसीएच के पीआईसीयू वार्ड में एईएस से पीड़ित औराई के कल्याणपुर गांव के नंदू राय की आठ वर्षीय पुत्री चांदनी कुमारी की मौत बुधवार की देर रात लगभग 1 बजे हो गई। उसे पिछ्ले 11 मई की सुबह चमकी-बुखार होने पर भर्ती कराया गया था।इलाज के दौरान उसमें एईएस की पुष्टि की थी।वहीं, सकरा के संजय मांझी की 12 वर्षीय बेटी रवीना कुमारी की भी मौत हो गई। उसे चमकी-बुखार के लक्षण के बाद 10 मई को भर्ती कराया गया था।

 

इन दोनों बच्चियों के मौत होने की एसकेएमसीएच प्रभारी अधीक्षक डॉ सुनील कुमार शाही ने पुष्टि की है। इस वर्ष एईएस से यह पांचवीं मौत बतायी जा रही है।मेरी जानकारी के अनुसार पीआईसीयू वार्ड में गुरुवार को चमकी-बुखार के लक्षण से पीड़ित होने पर पांच बच्चों को भर्ती किया गया। इनमें अहियापुर का अभिमन्यु कुमार, पटियासा की सोनम कुमारी, वैशाली के महुआ का पिंटू कुमार, मोतिहारी के केसरिया का आदर्श कुमार व गायघाट की माही कुमारी शामिल हैं। सभी बच्चों में चमकी बुखार के लक्षण पाए गए। रिपोर्ट आने के बाद बीमारी की पुष्टि की जाएगी।

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