बिहार के बालिका गृह की बालिकाएं अब होटल मैनेजमेंट कर छूएंगी जीवन की नई ऊंचाइयां

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  • बिहार सरकार के समाज कल्याण विभाग ने बालिका गृह की बालिकाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में की शानदार पहल, बदली 14 बालिकाओं की किस्मत

पटना। बिहार सरकार के समाज कल्याण विभाग का बालिका गृह की बालिकाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में की गई शानदार पहल से बिहार के बालिका गृह की बालिकाएं अब होटल मैनेजमेंट कोर्स कर जीवन की नई ऊंचाइयां छूएंगी। समाज कल्याण विभाग का एक फैसले से बालिका गृह की 14 बालिकाओं की किस्मत बदल गई।
कहानी शुरू होती है 2019 से
यह कहानी शुरू होती है 2019 से। बिहार सरकार के समाज कल्याण विभाग के अपर मुख्य सचिव अतुल प्रसाद ने बताया कि हमारे विभाग के अधिकारी यूनिसेफ के सहयोग से बेंगलुरु में किशोर न्याय पर आयोजित एक ट्रेनिंग में 2019 में गए थे। यहीं उन्हें होटल मैनेजमेंट का कोर्स कर रहीं अन्य राज्यों की बालिकाओं से मिलने का अवसर मिला। इसके बाद हम लोगों ने अपने राज्य के बालिका गृह की बालिकाओं को भी उनके उज्जवल भविष्य एवं आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से उन्हें होटल मैनेजमेंट कराने का निर्णय लिया। विभाग के अधिकारियों ने राज्य के बालिका गृहों में रह रही बालिकाओं को इस कोर्स से जोड़ने का प्रयास प्रारंभ कर दिया। हालांकि, बालिकाओं को होटल मैनेजमेंट का कोर्स कराने के काम में लगे अधिकारियों के सामने सबसे बड़ी चुनौती बनकर आई बालिकाओं के शैक्षिक प्रमाण पत्रों को लेकर। राज्य के बालिका गृह में मौजूद ज्यादातर बालिकाओं के शैक्षिक प्रमाण पत्र पूर्ण नहीं थे।
ऐसे कराई गई दाखिला
बालिकाओं के पास कोर्स में दाखिले के लिए पर्याप्त डिग्री न होने पर अधिकारियों ने होटल मैनेजमेंट कॉलेज के प्रबंधन से बात की और दाखिले की अहर्ता कम कराई। अहर्ता कम कराने के बाद अधिकारियों ने राज्य के सभी बालिका गृह की बालिकाओं को कोर्स करने के फायदे बताने शुरू किए। यह सब शुरू ही हुआ था कि कोरोना के कारण लॉकडाउन लग गया। विभाग के अधिकारियों के अनवरत प्रयास से बालिका गृह के 14 बालिकाओं को दाखिले के लिए चुना गया और उनके दाखिले की प्रक्रिया शुरू करते हुए बालिकाओं को बेंगलुरु भेजने की तैयारी शुरू हुई।
अन्य बालिकाओं के लिए भी रास्ता खुला
आखिर वह दिन आ गया, जब बालिकाओं को बेंगलुरु के लिए बालिका गृह से विदा किया गया। इस तरह से 14 बालिकाओं को एक मुकाम मिल गया। ऐसे में यह बालिका गृह में रह रहीं अन्य बालिकाओं के लिए भी रास्ता खुल गया। अगर वे होटल मैनेजमेंट का कोर्स कर आगे बढ़ना चाहें तो उनके लिए मौका उपलब्ध है। लड़कियां बालिका गृह से निकलकर उन्मुक्त गगन में उड़ान भरने के लिए तैयार हैं।
उम्मीदों की नई किरण लेकर आएगी
मुख्य सचिव अतुल प्रसाद ने कहा कि विभाग समाज के वंचितों एवं जरूरतमंदों के कल्याण एवं उनके उत्थान के लिए विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के द्वारा लगातार प्रयास कर रहा है। इसी के तहत बालिका गृह की बालिकाओं को रोजगारपरक कोर्स कराकर उनके भविष्य को संवारने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के दिशा में यह एक बेहतरीन पहल है और बिहार सरकार की यह पहल बालिका गृह के बालिकाओं के जीवन में उम्मीदों की नई किरण लेकर आएगी।

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