बिहार डिजीपेक्स-2022 : विलुप्त प्राय पाटली वृक्ष और जलकाग पक्षी का विमोचन
पटना। चार दिवसीय राज्य स्तरीय डाक टिकट प्रदर्शनी बिहार डिजीपेक्स-2022 के तीसरे दिन शनिवार को पाटली वृक्ष पर एक विशेष आवरण का विमोचन किया गया। शहर पटना का प्राचीन नाम पाटलिपुत्र है, जो पाटली नामक वृक्ष के कारण ही पड़ा क्योंकि प्राचीन समय में पाटली वृक्ष के जंगल को हटाकर इस शहर को बसाया गया था। दुर्भाग्यवश पाटली नामक वृक्ष आज विलुप्त प्राय हैं, बावजूद इसके विभिन्न जैविक कारणों से इसकी उपज काफी कम होती है, डाक विभाग ने इस विलुप्त प्राय वृक्ष के संवर्धन एवं संरक्षण का फैसला लिया है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में सी. पी. खन्दुजा, मुख्य महा वनसंरक्षक, वन, पर्यावरण, जंगल और जलवायु परिवर्तन विभाग, बिहार एवं विशिष्ट अतिथि सत्यजीत कुमार, निदेशक, संजय गांधी जैविक उद्यान, प्रो. शरदेन्दु ,विभागाध्यक्ष वनस्पति, विज्ञान विभाग, साइंस कॉलेज, पटना विश्वविद्यालय, तथा डॉ. पूनम रंजन, सहायक प्रोफेसर, वनस्पति विज्ञान, साइंस कॉलेज मौजूद थे। इस मौके पर डाक महाध्यक्ष अदनान अहमद ने सभी अतिथियों को पौधे और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर ‘ग्रे हॉर्नबिल पक्षी’ पर एक आडियो पोस्टकार्ड का अनावरण भी किया गया।

जलकाग पक्षी पर आडियो पोस्टकार्ड का अनावरण
वहीं द्वितीय कार्यक्रम में डाक विभाग द्वारा पंचायती राज्य संस्थान पर एक विशेष आवरण का विमोचन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में दीपक प्रसाद, राज्य निर्वाचन आयुक्त, बिहार एवं विशिष्ट अतिथि अरविन्द कुमार चौधरी, प्रधान सचिव, पंचायती राज विभाग तथा दया निधान पांडेय, सचिव, समाज कल्याण विभाग मौजूद थे। अतिथियों ने पंचायती राज्य संस्थान को हमारे समाज में एक विशेष कड़ी के रूप में बताया। इस अवसर पर जलकाग पक्षी पर एक आडियो पोस्टकार्ड का अनावरण किया गया।

