बिक्रमगंज में पीएम की हुंकार, कहा- अपना वचन पूरा करके बिहार आया, आतंकियों ने सिंदूर उजाड़ा, हमने उनको मिट्टी में मिलाया

बिक्रमगंज/पटना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दो दिवसीय बिहार दौरे के दूसरे दिन शुक्रवार को सासाराम जिले के बिक्रमगंज में विशाल जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने न सिर्फ विकास योजनाओं की सौगात दी बल्कि अपने संकल्पों की पूर्ति और राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर भी दमदार बयान दिए।
48000 करोड़ की परियोजनाओं की सौगात
प्रधानमंत्री ने बिक्रमगंज के दुर्गाडीह में 48000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। इनमें औरंगाबाद के नबीनगर स्थित 2400 मेगावाट का सुपर थर्मल पावर प्लांट खास तौर पर शामिल है, जिसकी लागत लगभग 29,900 करोड़ रुपये है। इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी भी उनके साथ मंच पर मौजूद रहे।
वचन पूरा करने की बात पर भावुकता
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वह बिहार की धरती पर दिए गए अपने वचन को निभाकर लौटे हैं। उन्होंने कहा कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद जब निर्दोष नागरिकों की हत्या हुई थी, तब उन्होंने बिहार से ही देश को संकल्प दिया था कि आतंक के आकाओं को उनकी औकात बताई जाएगी। मोदी ने कहा कि उन्होंने तब जो कहा था, उसे पूरा किया है। भारत की सेना ने उन आतंकियों के ठिकानों को ध्वस्त कर दिया।
महिलाओं और देशभक्ति का संदर्भ
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में भावनात्मक अपील करते हुए कहा कि जिन आतंकियों ने भारतीय बहनों के सिंदूर उजाड़े थे, उन्हें भारत की सेना ने मिट्टी में मिला दिया। उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया ने भारत की बेटियों के सिंदूर की ताकत देखी है। यह टिप्पणी देशभक्ति और महिलाओं के सम्मान की रक्षा के प्रतीक के रूप में सामने आई।
धार्मिक आस्था और राम की रीति का उल्लेख
प्रधानमंत्री ने सासाराम की धरती का उल्लेख करते हुए कहा कि यह भूमि राम के नाम से जुड़ी है और यहां के लोग अच्छी तरह जानते हैं कि भगवान राम की नीति क्या थी। उन्होंने ‘प्राण जाई पर वचन न जाई’ की बात को दोहराते हुए कहा कि उनके लिए भी यह नीति प्रेरणा है और उन्होंने हर वचन को निभाया है।
राजनीतिक संकेत और भावनात्मक जुड़ाव
प्रधानमंत्री के भाषण में भावनात्मक अपील, धार्मिक आस्था और राष्ट्रीय सुरक्षा का संतुलन देखने को मिला। उन्होंने न सिर्फ बिहार को विकास की दिशा में आगे ले जाने की बात की, बल्कि जनता के साथ अपने भावनात्मक जुड़ाव को भी स्पष्ट किया। यह दौरा केवल परियोजनाओं की घोषणा भर नहीं था, बल्कि प्रधानमंत्री की ओर से यह संदेश भी था कि जो वादा किया गया है, वह निभाया भी गया है। इससे न केवल केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता का संदेश गया, बल्कि जनता के बीच एक भरोसे की भावना भी पैदा हुई। पीएम की सभा में 6 लाख से ज्यादा लोगों के पहुंचने का दावा किया जा रहा है। पंडाल में ही करीब 4 लाख लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है।12 लाख स्क्वायर फीट का पंडाल बनाया गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बिहार के काराकाट में मधुबनी कला से चित्रित शॉल और चांदी का सिक्का देकर सम्मानित किया गया।
हम पाकिस्तान को घुटनों पर लाए
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए देश की सैन्य शक्ति और आत्मविश्वास को लेकर महत्वपूर्ण बयान दिया। उन्होंने कहा कि आज का भारत पहले की तुलना में कहीं अधिक सशक्त और निर्णायक है। उनकी बातों का मुख्य केंद्र पाकिस्तान को लेकर भारत की जवाबी कार्रवाई और बिहार के वीर सपूतों की वीरता थी।
पाकिस्तान को करारा जवाब
प्रधानमंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि भारत अब किसी भी चुनौती का जवाब देने में पीछे नहीं रहता। उन्होंने बताया कि भारत ने पाकिस्तान को उसके ही घर में सबक सिखाया और उनके एयरबेस को तबाह कर दिया। यह सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं बल्कि एक सशक्त राष्ट्र के आत्मबल और इच्छाशक्ति का प्रतीक है। उन्होंने इसे नए भारत की पहचान बताया, जो अब किसी भी साजिश या हमले को चुपचाप सहन नहीं करता।
वीर भूमि बिहार का योगदान
अपने भाषण में प्रधानमंत्री ने बिहार की वीरता का भी उल्लेख किया। उन्होंने विशेष रूप से वीर कुंवर सिंह की धरती का सम्मान करते हुए कहा कि यहां के नौजवान सदैव देश की रक्षा और सेवा में समर्पित रहते हैं। उन्होंने बीएसएफ के अदम्य साहस की भी सराहना की और कहा कि ऐसे ही वीर जवानों की बदौलत भारत अपनी सीमाओं की रक्षा करने में सक्षम है। प्रधानमंत्री के इस बयान से यह संदेश गया कि भारत अब केवल शांति की बात करने वाला देश नहीं है, बल्कि आवश्यकता पड़ने पर सशक्त कार्रवाई करने वाला राष्ट्र भी बन चुका है।
पीएम बोले- नीतीश कुमार के राज में जंगलराज की विदाई हुई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के राजनीतिक और सामाजिक परिवेश को लेकर एक महत्वपूर्ण टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि जब किसी राज्य में सुरक्षा और शांति स्थापित होती है, तभी विकास के लिए नए रास्ते खुलते हैं। प्रधानमंत्री ने यह बात बिहार के परिप्रेक्ष्य में कही और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व की सराहना की।
जंगलराज से मुक्ति
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में ‘जंगलराज’ शब्द का विशेष रूप से उल्लेख किया। उनका तात्पर्य उस दौर से था जब बिहार में कानून व्यवस्था की स्थिति बेहद खराब मानी जाती थी। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में जब इस जंगलराज की विदाई हुई, तब राज्य में स्थिरता आई और शासन व्यवस्था में सुधार हुआ। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि मजबूत कानून व्यवस्था किसी भी राज्य की तरक्की के लिए पहली शर्त होती है।
मोदी ने लालू पर निशाना साधा
प्रधानमंत्री ने कहा- ‘बिहार में वर्ल्ड क्लास ट्रेनें चल रही हैं। रेलवे का आधुनिकीकरण भी कर रहे हैं। ये काम पहले भी हो सकते थे, लेकिन जिन पर ये जिम्मेदारी थी। उन्होंने नौकरी के नाम पर गरीबों की जमीन लूटने का काम किया। सामाजिक न्याय के उनके यही तरीके थे। गरीबों को लूटना और खुद राजाशाही की मौज करना। जंगलराज वालों के तौर-तरीके से आपलोगों को आगे भी सावधान रहने की जरूरत है।’
विकास की दिशा में अग्रसर बिहार
प्रधानमंत्री का कहना था कि जैसे ही राज्य में सुरक्षा की भावना मजबूत हुई और नागरिकों का प्रशासन में भरोसा बढ़ा, वैसे ही विकास की संभावनाएं खुलने लगीं। उन्होंने नीतीश कुमार की सरकार को इसके लिए श्रेय देते हुए कहा कि इस सकारात्मक बदलाव ने बिहार को एक नई दिशा दी है। सड़कों, बिजली, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में जो कार्य हुए हैं, वे इसी स्थिर और शांतिपूर्ण शासन का परिणाम हैं।
नीतियों की निरंतरता और सहयोग
प्रधानमंत्री ने यह भी संकेत दिया कि केंद्र और राज्य सरकार के बीच सहयोगात्मक संबंधों के कारण बिहार को और अधिक समर्थन मिल सका है। उन्होंने नीतीश कुमार की कार्यशैली को व्यावहारिक बताया और कहा कि बिहार को विकास की मुख्यधारा में लाने के लिए जो कदम उठाए गए हैं, वे दूरदर्शिता का परिणाम हैं। इस प्रकार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार में हुए प्रशासनिक और सामाजिक सुधारों को रेखांकित करते हुए नीतीश कुमार के नेतृत्व को विकास का कारक बताया। यह वक्तव्य एक ओर जहां नीतीश कुमार की सरकार की प्रशंसा है, वहीं यह भी दर्शाता है कि स्थिर शासन और मजबूत कानून व्यवस्था किसी भी राज्य के विकास की नींव होते हैं।
पीएम ने शहीद बीएसएफ इंस्पेक्टर इम्तियाज को श्रद्धांजलि दी
‘ऑपरेशन सिंदूर में दुनिया ने हमारी सेना का अभूतपूर्व साहस और अदम्य देखा। मां भारती की रक्षा हमारे बीएसएफ के जवानों के लिए सर्वोपरि है। मातृभूमि का कर्तव्य निभाते हुए 7 मई की बीएसएफ इंस्पेक्टर इम्तियाज शहीद हो गए है। बिहार के शहीद बेटे को मैं श्रद्धांजलि देता हूं।’
बिहार की धरती से जो वचन दिया था पूरा किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “अभी पहलगाम में आतंकी हमला हुआ था, हमारे कितने निर्दोष नागरिक मारे गए। इस जघन्य आतंकी हमले के एक दिन बाद मैं बिहार आया था और मैंने बिहार की धरती से देश से वादा किया था, वचन दिया था। बिहार की धरती से आंख में आंख मिलाकर हमने कहा दिया था कि आतंक और आतंक के आकाओं के ठिकानों को मिट्टी में मिला दिया जाएगा। बिहार की धरती से मैंने कहा था कि उन्हें कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी। आज जब भी मैं बिहार आया हूं तो अपना वचन पूरा करने के बाद आया हूं..”
अब सिर्फ 18 जिले नक्सल प्रभावित
पीएम मोदी ने कहा- ‘2014 से पहले 125 जिले नक्सल प्रभावित थे, अब सिर्फ 18 जिले नक्सल प्रभावित बचे हैं। अब सरकार सड़क-रोजगार दे रही है। वो दिन दूर नहीं जब माओवादी हिंसा का पूरी तरह से खात्मा हो जाएगा।’

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