December 10, 2025

BIHAR : बागमती, कमला बलान और गंडक कई जगहों पर खतरे के निशान से ऊपर

पटना। वीडियो कॉंन्फ्रेसिंग के माध्यम से मीडिया को संबोधित करते हुए जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता ने राज्य की विभिन्न नदियों के जलस्तर एवं बाढ़ सुरक्षात्मक तटबंधों की स्थिति के संबंध में बताया कि गंडक नदी के जलस्तर में कमी आ रही है, आज अपराह्न 2 बजे गंडक बराज पर 2 लाख 80 हजार क्यूसेक डिस्चार्ज है। कोसी के जलस्तर में भी तेजी से गिरावट हो रही है। कोसी बराज पर 02 लाख क्यूसेक डिस्चार्ज और बराह क्षेत्र में 1.5 लाख का डिस्चार्ज है। जयनगर और झंझारपुर रेल के पास कमला नदी के जलस्तर में गिरावट आ रही है। बागमती, कमला बलान और गंडक कई जगहों पर अभी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। सभी तटबंध सुरक्षित हैं और सभी लोग अलर्ट हैं। नेपाल प्रभाग में भारी वर्षापात की सूचना नहीं है इसलिए अनुमान है कि नदियों के जलस्तर में अभी और गिरावट आएगी। अभी तक कहीं से भी कोई प्रतिकूल स्थिति की सूचना प्राप्त नहीं हुई है और वर्तमान में कहीं कोई समस्या नहीं है। पूरी तैयारी के साथ विभाग मुस्तैद है।

बिहार के 10 जिले प्रभावित
वहीं आपदा प्रबंधन विभाग के अपर सचिव रामचंद्र डू ने बताया कि विभाग पूरी तरह से सतर्क है। नदियों के बढ़े जलस्तर से बिहार के 10 जिले सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, पश्चिम-पूर्वी चंपारण एवं खगड़िया के कुल 55 प्रखंडों की 282 पंचायतें प्रभावित हुयी हैं, जहां आवश्यकतानुसार राहत शिविर चलाए जा रहे हैं। सुपौल में 02, प. चंपारण में 02, पू. चंपारण में 02, गोपालगंज में 03 और खगड़िया में 01 राहत शिविर चलाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि गोपालगंज में 13, सुपौल में 02, पूर्वी चंपारण में 18, दरभंगा में 98, सीतामढ़ी में 02 एवं खगड़िया में 01 कम्युनिटी किचेन चलाए जा रहे हैं। इस प्रकार कुल 134 कम्युनिटी किचेन चलाए जा रहे हैं, जिनमें प्रतिदिन 46,668 लोग भोजन कर रहे हैं। प्रभावित इलाकों में राहत एवं बचाव के कार्य भी किये जा रहे हैं।

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