BIHAR : जुआ का फड़ चलाने वाले गैंग में आपसी फूट से हुआ भंडाफोड़, तीन भाजपा नेता निलंबित

शराब पीने और जुआ खेलने में धराए 11 लोगों में भाजपा के लोगों को किया पद से निलंबित

भागलपुर (गौतम सुमन गर्जना)। भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष, दीपक शर्मा, जिला उपाध्यक्ष मनीष बड़बड़िया (मोनू ) एवं जिला प्रवक्ता मनीष अग्रवाल को जिलाध्यक्ष रोहित पांडे के आदेश से भारतीय जनता पार्टी के पद से तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
गौरतलब हो कि स्टेशन चौक के साईं इंटरनेशनल होटल से रविवार की देर रात शराब और जुआ खेलने में गिरफ्तार हुए 11 लोगों में तीन भाजपा व्यावसायिक प्रकोष्ठ के जिला स्तरीय पदाधिकारी हैं। गिरफ्तार हुए 11 आरोपियों में तीन शराब के नशे में भी पाए गए थे, जिनमें भाजपा व्यावसायिक प्रकोष्ठ के जिला प्रवक्ता मनीष अग्रवाल, सूरज और विजय कुमार शामिल थे। ब्रेथ एनालाइजर से जांच कराने पर तीनों के शराब पीने की पुष्टि हुई थी। इन लोगों पर उत्पाद अधिनियम, गैम्बलिंग और कोविड एक्ट लगे हैं, जबकि बाकी 9 लोगों पर सिर्फ गैम्बलिंग और कोविड एक्ट की धारा में केस दर्ज किया गया है। गिरफ्तार आरोपियों को पुलिस ने कोर्ट में प्रस्तुत कर, उन्हें दूसरे दिन ही न्यायायिक हिरासत में जेल भेज दिया था। तातारपुर थानेदार सुबोध कुमार ने खुद के बयान पर होटल मालिक मुन्ना सिंह और गिरफ्तार 11 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था। अब तक होटल मालिक की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। पुलिस के मुताबिक, होटल के पांचवें तल्ले पर जुआ और शराब की पार्टी चल रही थी, जिसमें उक्त लोग शामिल थे। इस सूचना पर पुलिस ने छापेमारी की तो 11 लोग पकड़े गए। मौके पर से पुलिस ने कैश, ताश के पत्ते, शराब की खाली बोतल, सिगरेट, खैनी, गांजा, खाली ग्लास आदि बरामद किए थे।
जुआ का फड़ चलाने वाले गैंग में आपसी फूट से फूटा भंडाफोड़
शहर में दो स्थानों पर जुआ का बड़ा फड़ चलता है, जिसमें रोजाना 20 लाख से अधिक का दांव लगता है। पहले दोनों फड़ के लोग मिलकर जुआ खेलवाते थे, लेकिन गिरोह में आपसी फूट पड़ जाने के कारण पुलिस को लाभ मिल गया। एक फड़ संचालक ने दूसरे फड़ के बारे में पुलिस की मुखबिरी कर दी, जिसके बाद साई होटल में चल रहे फड़ का भंडाफोड़ हो गया।
दोबारा छापेमारी के कारण पुलिस पर भी उठी ऊंगली
पुलिस टीम ने जब होटल साई में छापेमारी की तो पहली बार कुछ नहीं मिला। टीम बैरंग खाली हाथ लौटकर होटल के बाहर आ गई। लेकिन मुखबिर पुलिस के सीनियर अधिकारियों के लगातार संपर्क में था। सीनियर अधिकारी ने टीम को दोबारा साईं होटल में भेजा तो पूरे मामले का खुलासा हो गया। पहली बार टीम ने होटल के हॉल में बिखरे दर्जनों जोड़े चप्पल-जूते, बाहर खड़ी एक दर्जन गाड़ियों को नजरअंदाज कर दिया था और सतही तौर पर छापेमारी की थी, लेकिन जब सीनियर अधिकारियों की हुड़की लगी तो फिर उसी टीम को होटल में सबकुछ मिल गया।
पुलिस के सामने से भागा होटल मालिक
साईं होटल में छापेमारी के दौरान होटल मालिक मुन्ना सिंह भी वहीं मौजूद था। होटल मालिक ने पुलिसकर्मियों से बात भी की। फिर वहां से खिसक गया। उसे पकड़ने का भी पुलिस ने प्रयास नहीं किया। पुलिस ने होटल मालिक पर भी केस दर्ज किया है।
ये लोग हुए गिरफ्तार
दीपक कुमार शर्मा: पटलबाबू रोड (भाजपा व्यावसायिक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष), मनीष अग्रवाल: विक्रमशिला कॉलोनी, उर्दू बाजार (भाजपा व्यावसायिक प्रकोष्ठ के जिला प्रवक्ता), मनीष बरवरिया: आनंद चिकित्सालय रोड (भाजपा व्यावसायिक प्रकोष्ठ के जिला उपाध्यक्ष), सूरज प्रकाश: खलीफाबाग, बूढ़ानाथ रोड, विजय कुमार मिश्रा: आरबीएसएस रोड, भीखनपुर, राकेश कुमार चौधरी: मुर्तजाचक मिरजानहाट, पंकज कुमार साह: मिरजानहाट, मो. इमरान: सदरउद्दीनचक, मो. सब्बीर हुसैन: चमेलीचक, मो. अकरम: अज्जमचक और मो. आफताब: सदरउद्दीनचक।
गलत काम करने वालों के साथ कभी खड़ी नहीं होती भाजपा
इस बाबत भाजपा जिलाध्यक्ष रोहित पांडेय ने कहा कि व्यवसायिक प्रकोष्ठ के जिला संयोजक दीपक शर्मा सहित पार्टी संबंधित पुलिस गिरफ्त में आए सभी पदाधिकारियों को उनके पदों से निलंबित कर दिया है, उनके साथ अब कानून अपना काम करेगा। जो भी व्यक्ति इस तरह के गलत कार्यों में लिप्त रहेगा, पार्टी उसके साथ कभी खड़ी नहीं हो सकती है।