शिक्षकों को करनी होगी जासूसी : कांग्रेस ने कहा- बिहार में शिक्षक बनना ही अभिशाप

पटना। बिहार सरकार ने सरकारी शिक्षकों की जासूसी करने की नई जिम्मेवारी दी है। शिक्षकों को जासूसी उनकी करनी है, जो उनके क्षेत्र में चोरी-छुपे शराब पीते हो, शराब बेचते हो या फिर शराब बनाते हो। उक्त बातें प्रदेश प्रवक्ता ज्ञान रंजन ने पे्रस विज्ञप्ति जारी कर कहा है।
उन्होंने कहा कि बिहार सरकार के शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव ने एक पत्र जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि प्राथमिक मध्य और उच्च विद्यालय के प्रधानाध्यापक व शिक्षक शराबबंदी के कानून को तोड़ने वालों की सूचना प्रदान करें। ज्ञान रंजन ने कहा कि इस पत्र से यही पता चलता है कि बिहार सरकार विद्यार्थियों का भविष्य गर्त में डाल रही है। पहले से ही सरकारी स्कूलों में शिक्षा की जो स्तर है वह बयान ए तारीफ है, लेकिन सवाल यह उठता है कि एक शिक्षक से बिहार सरकार क्या-क्या करवा सकती है। ऐसे नए-नए तरीके बिहार सरकार को कहां से आ रही है, यह सोचने वाली बात है।
प्रदेश प्रवक्ता ज्ञान रंजन ने सवाल किया कि बिहार में जो शिक्षा व्यवस्था है कभी सुचारू रूप से विद्यार्थियों को पाठ्यक्रम के तहत अच्छी शिक्षा दे सकेगी? साथ ही वो यह भी कहते हैं कि ऐसा प्रतीत होता है कि बिहार में शिक्षक बनना ही अपने आप में एक अभिशाप बन गया है।
उन्होंने बिहार सरकार से मांग किया कि जितनी जल्दी हो शिक्षा विभाग द्वारा जारी पत्र को तुरंत निरस्त किया जाए।
