दरभंगा में दुर्गा पूजा का चंदा नहीं देने पर युवक की जमकर पिटाई, वीडियो वायरल, एफआईआर दर्ज
दरभंगा। दुर्गा पूजा बिहार समेत पूरे देश में धार्मिक उत्सव के रूप में बड़े उत्साह से मनाई जाती है। इस दौरान पूजा समितियाँ विभिन्न स्थानों से चंदा एकत्रित करती हैं ताकि आयोजन को सफलतापूर्वक संपन्न किया जा सके। लेकिन कभी-कभी यह चंदा वसूली जबरन और हिंसक रूप भी ले लेती है, जो समाज में अपराध और भय का माहौल पैदा करती है। दरभंगा में हाल ही में ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जहाँ चंदा न देने पर एक युवक की बेरहमी से पिटाई की गई। इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने संज्ञान लेते हुए मामले में त्वरित कार्रवाई की है। यह घटना दरभंगा नगर थाना इलाके के हसन चौक की है, जहाँ दुर्गा पूजा के चंदे को लेकर विवाद खड़ा हुआ। पीड़ित दिव्यांशु नामक युवक ने स्थानीय नगर थाना में शिकायत दर्ज कराई कि कुछ युवकों ने उससे दुर्गा पूजा के लिए 1100 रुपये का चंदा मांगा। दिव्यांशु ने चंदे की राशि को ज्यादा बताते हुए कम करने की गुजारिश की, लेकिन चंदा मांगने वालों ने उसकी बात अनसुनी कर दी और कहा कि पूरे 1100 रुपये ही देने होंगे। जब दिव्यांशु ने चंदा देने से इनकार किया, तो युवकों ने उस पर हमला कर दिया और उसकी पिटाई शुरू कर दी। इस हिंसक घटना में दिव्यांशु को गंभीर चोटें आईं, और उसे इलाज के लिए दरभंगा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (डीएमसीएच) में भर्ती करवाया गया। इस मारपीट की पूरी घटना वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गई, और बाद में यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। वीडियो वायरल होने के बाद लोगों में भारी आक्रोश देखा जा रहा है, और जबरन चंदा वसूलने की इस गुंडागर्दी की कड़ी आलोचना हो रही है। वीडियो के वायरल होने के बाद दरभंगा पुलिस ने घटना का संज्ञान लिया और पीड़ित द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज की। दरभंगा के एसडीपीओ अमित कुमार ने इस घटना की पुष्टि की और कहा कि जबरन चंदा वसूलना कानूनन अपराध है। पुलिस ने वीडियो और अन्य सबूतों के आधार पर आरोपियों की पहचान कर ली है और जल्द से जल्द उन्हें गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया है। एसडीपीओ ने कहा कि इस तरह की घटनाओं से समाज में अशांति फैलती है और पुलिस इसके खिलाफ सख्त कदम उठाएगी। चंदा मांगना धार्मिक आयोजनों के लिए एक सामान्य प्रक्रिया है, लेकिन जब यह जबरन या हिंसक रूप में किया जाता है, तो यह समाज के लिए खतरा बन जाता है। जबरन चंदा वसूली का चलन कई स्थानों पर देखा गया है, और यह एक गंभीर समस्या है जो न केवल कानून व्यवस्था को चुनौती देती है, बल्कि धार्मिक आयोजनों की गरिमा को भी ठेस पहुंचाती है। इस तरह की घटनाएँ समाज में भय और असुरक्षा का माहौल पैदा करती हैं, जिससे आम लोग पूजा जैसे धार्मिक आयोजनों से दूरी बनाने लगते हैं। दरभंगा की इस घटना ने एक बार फिर इस समस्या को उजागर किया है कि कैसे कुछ लोग धार्मिक आयोजनों के नाम पर गुंडागर्दी करने लगते हैं और जबरन चंदा वसूलने का प्रयास करते हैं। इस तरह की घटनाओं पर यदि समय रहते कड़ी कार्रवाई न की जाए, तो यह समस्या और विकराल रूप धारण कर सकती है। इस घटना का सीसीटीवी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद इस मामले को व्यापक रूप से लोगों के सामने लाया गया। सोशल मीडिया पर लोगों ने न केवल इस घटना की कड़ी निंदा की, बल्कि प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग भी की। सोशल मीडिया आजकल किसी भी घटना को सार्वजनिक करने और न्याय की मांग करने का एक शक्तिशाली साधन बन गया है। इस मामले में भी, वायरल वीडियो ने पुलिस और प्रशासन को त्वरित कार्रवाई करने के लिए मजबूर किया। दरभंगा में दुर्गा पूजा के चंदा को लेकर हुई इस हिंसक घटना ने एक बार फिर से समाज में व्याप्त चंदा वसूली की समस्या को उजागर किया है। धार्मिक आयोजनों के नाम पर जबरन चंदा वसूलने की यह प्रवृत्ति न केवल कानून के खिलाफ है, बल्कि समाज के ताने-बाने को भी कमजोर करती है। पुलिस द्वारा की गई त्वरित कार्रवाई से उम्मीद की जा सकती है कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं पर अंकुश लगेगा और लोगों को सुरक्षा का भरोसा मिलेगा।


