घोटाला: बच्चों के भविष्य के मंदिर में घटिया सामग्री का उपयोग, क्या होगी जांच

बाढ़ (अखिलेश्वर सिन्हा)। जहां नीतीश सरकार बच्चों के भविष्य संवारने के लिए तरह-तरह की योजनाएं  ला रही है। वहीं दूसरी ओर उनके मातहत ही उनकी योजनाओं पर प्रश्न चिन्ह लगा रहे हैं, ऐसा ही मामला पटना जिला के बाढ़ अनुमंडल में उजागर हुआ है। प्राथमिक शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय का आलीशान भवन पूरा होने से पहले ही अपनी कहानी कहने लगा है। इस नवनिर्मित भवन का निर्माण की तस्वीर ही अपने आप में बहुत कुछ बोल रही है और बिहार में भ्रष्टाचार किस कदर व्याप्त है, यह महज बानगी है। लगभग 13 करोड़ की राशि से इस महाविद्यालय भवन का निर्माण किया जा रहा है और इस भवन की छत ही जगह-जगह पूरी तरह धंस रही है। स्कूल के कर्मचारी और छात्रों में घटिया निर्माण होने से नाराजगी है। जब हमारी टीम छत का निरीक्षण करने पहुंची तो छात्रों ने दिखाया कि छत की ढलाई में सीमेंट से ज्यादा मिट्टी नज़र आ रही थी। जगह-जगह छत का जाँच किया गया तो सभी जगहों पर वहीं हाल नज़र आ रहा था।

स्कूल के कर्मियों ने बताया कि वरीय अधिकारियों को इसकी सूचना दिया गया है पर कोई सुनवाई नहीं हुई है। मौके पर ठेकेदार के मौजूद मुंशी से जब पूछा तो खुद का बचाव करते हुए बताया कि ठेकेदार ने पेटी कॉन्ट्रैक्ट पर काम करवाया है। पेटी कांट्रेक्टर ने छत की ढलाई में जमकर सेंधमारी की है और सरकारी पैसे की जमकर लूट भी की है, अब पूरा छत को दुबारा बनाया जाएगा। वहीं छात्रों ने बताया कि अगले महीने से इस भवन में क्लास शुरु होने वाला था। लेकिन फिलहाल कर्मियों और छात्रों को इस घटिया निर्माण वाले नए भवन में पढ़ना खतरे से खाली नहीं है। छात्रों ने कहा कि पूरे भवन की जांच कराई जाए तभी वो इस नए भवन में पढ़ने आएंगे। पर सवाल ये उठता है कि अधिकारियों को शिकायत के बाद भी कोई जांच अभी तक नहीं करना कई बातों की तरफ इशारा करता है।
बहरहाल, अगर समय रहते इस मामले का खुलासा नहीं होता तो आप समझ सकते हैं कि कभी भी बहुत बड़ा हादसा हो सकता था। अब देखना है कि प्रशासन इस मामले में क्या कार्रवाई करती है और बच्चों के जान से खिलवाड़ करने वाले ऐसे ठेकेदारों पर नकेल कसती है या नहीं।

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