पटना में नाव परिचालन पर प्रतिबंध के बाद धड़ल्ले से चल रही नाव, जान जोखिम में डालकर सफर कर रहे लोग

पटना। जिला प्रशासन की ओर से छठ को लेकर विशेष तैयारी की जा रही है। घाटों पर चौकसी बरती जा रही है। लगभग घाटों की बैरिकेडिंग कराई जा चुकी है। एनडीआरएफ की टीम घाटों पर कैंप कर रही है। बावजूद इसके अभी भी घोर लापरवाही देखने को मिल रही है। गंगा नदी में अभी भी अवैध नावों का परिचालन जारी है। रात के अंधेरे में दर्जनों नहीं सैकड़ों लोग सामना और गाड़ी के साथ देशी नाव के जरिए सफर कर रहे हैं। ये एक दिन की बात नहीं है, रोज इसी तरह से गंगा में अवैध नावों का परिचालन होता है और लोग इसमें सफर करते हैं। क्योंकि आज भी पटना के नकटा दियारा में रहने वाले लोग मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। अभाव में बेबसी का आलम झेलते हैं। इस पार से उस पार पुल नहीं होने के चलते लोग शॉट कट के लिए इन नावों का सहारा लेते हैं और रोज अपनी जान जोखिम में डालते हैं। नकटा दियारा इलाका पटना का एक ऐसा गांव है जो पटना शहर से सटे होते हुए भी शहर की सुविधाओं से कोसो दूर है। गंगा नदी के बीचोबीच बसे इस गांव में ना स्कूल है और ना ही एक सरकारी अस्पताल है। आज भी ये सैकड़ों की आबादी वाला गांव इमरजेंसी के दौरान नाव से ही सफर करता है। कमिश्नर कुमार रवि ने बताया कि नाव पर बिल्कुल प्रतिबंध रहेगा। जो भी नाव चलेंगी उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उसके लिए अनुमंडल पदाधिकारी के द्वारा आदेश भी निर्गत कर दिया गया है। उन्होंने आगे कहा कि छठ के दिन नाव से आवाजाही नहीं करें, ये सुरक्षित नहीं है। पहले से ही नाव पर रोक लगाई गई है। परिचालन को लेकर जो आदेश जारी किया गया है, उसका दृढ़ता से पालन किया जाएगा।

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