पटना समेत पूरे प्रदेश में कल से लगेगा आयुष्मान का विशेष शिविर, स्वास्थ्य विभाग का निर्देश जारी
पटना। बिहार सरकार ने राज्य के वरिष्ठ नागरिकों के स्वास्थ्य और कल्याण को ध्यान में रखते हुए एक महत्वपूर्ण पहल की शुरुआत की है। 20 नवंबर से 12 दिसंबर तक, पूरे राज्य में 70 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के नागरिकों के लिए आयुष्मान भारत और मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत स्वास्थ्य कार्ड बनाने के लिए विशेष शिविर लगाए जाएंगे। यह पहल सभी बुजुर्ग नागरिकों को उनकी सामाजिक और आर्थिक स्थिति से परे, स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ पहुंचाने के लिए की गई है। स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने इस पहल को सुचारु रूप से लागू करने के लिए राज्य के सभी जिलाधिकारियों को निर्देशित किया है। पत्र में कहा गया है कि 29 अक्टूबर को राज्य सरकार ने घोषणा की थी कि 70 वर्ष से अधिक उम्र के सभी नागरिक, चाहे उनकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति कुछ भी हो, आयुष्मान योजना के तहत कवर किए जाएंगे। इसके बाद, यह निर्णय लिया गया कि विशेष शिविर के माध्यम से इन नागरिकों के स्वास्थ्य कार्ड बनाए जाएंगे, जिससे उन्हें 5 लाख रुपये तक की मुफ्त स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिल सके। राज्य के सभी जिलों में इन शिविरों को जन वितरण दुकानों, पंचायत सरकार भवन, प्रखंड कार्यालय, और समाहरणालय में समर्पित काउंटर के रूप में स्थापित किया जाएगा। इसके अलावा, बुजुर्गों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए प्रमुख पार्कों और मॉर्निंग वॉक स्थलों पर भी कैंप लगाए जाएंगे। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि हर नागरिक को अपने नजदीकी स्थान पर कार्ड बनाने की सुविधा मिले। शिविरों में नागरिकों को आधार कार्ड, पहचान पत्र, और उम्र प्रमाण पत्र जैसे आवश्यक दस्तावेज लेकर आना होगा। इन दस्तावेजों के आधार पर उनका सत्यापन किया जाएगा और मौके पर ही आयुष्मान कार्ड तैयार किया जाएगा। जिन लोगों को दस्तावेज तैयार करने में समस्या होगी, उनके लिए अलग से सहायता काउंटर स्थापित किए जाएंगे। बिहार के बुजुर्ग नागरिकों का एक बड़ा हिस्सा आर्थिक रूप से कमजोर है, और उन्हें बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं मिल पातीं। आयुष्मान भारत और मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना इन समस्याओं का समाधान करती है। 5 लाख रुपये तक के इलाज की सुविधा उन बुजुर्गों के लिए एक वरदान साबित हो सकती है, जो गंभीर बीमारियों का महंगा इलाज नहीं करा पाते। यह कदम न केवल स्वास्थ्य सेवाओं तक बुजुर्गों की पहुंच को बढ़ाएगा, बल्कि उनके जीवन स्तर में भी सुधार करेगा। जब कोई बुजुर्ग नागरिक स्वस्थ होगा, तो यह न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे समाज पर सकारात्मक प्रभाव डालेगा। सरकार ने इस विशेष अभियान के लिए जिलावार लक्ष्य भी निर्धारित किए हैं। जिलाधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का दायित्व सौंपा गया है कि कोई भी पात्र नागरिक इस योजना से वंचित न रह जाए। शिविर में सभी आवश्यक संसाधन, जैसे कंप्यूटर, प्रिंटर, और कर्मचारी उपलब्ध कराए जाएंगे, ताकि कार्ड निर्माण प्रक्रिया तेज और सुचारु हो। सरकार ने राज्य के सभी बुजुर्ग नागरिकों से अपील की है कि वे इस अवसर का लाभ उठाएं और समय पर अपने स्वास्थ्य कार्ड बनवाएं। इसके अलावा, उनके परिवार और समाज के अन्य सदस्य भी इस अभियान में सक्रिय रूप से भाग लें और अधिक से अधिक लोगों को इसके बारे में जानकारी दें। बिहार सरकार की यह पहल न केवल स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह राज्य के बुजुर्ग नागरिकों के लिए एक सम्मानजनक और स्वस्थ जीवन की दिशा में एक बड़ा प्रयास है। 20 नवंबर से शुरू हो रहे इस अभियान में समाज के हर व्यक्ति की भागीदारी जरूरी है। यह समय है कि हम सब मिलकर इस पहल को सफल बनाएं और अपने बुजुर्गों को एक सुरक्षित और स्वस्थ भविष्य दें।


