November 12, 2025

पटना में ऑटो को ट्रक ने मारी जोरदार टक्कर, दो महिलाओं समेत तीन की मौत, 6 की हालत गंभीर, पीएमसीएच में भर्ती

पटना। राजधानी पटना में बुधवार की सुबह एक भीषण सड़क हादसे ने पूरे इलाके को दहला दिया। जहानाबाद से गंगा स्नान के लिए आ रहे श्रद्धालुओं से भरे एक ऑटो को तेज रफ्तार ट्रक ने जोरदार टक्कर मार दी। इस दर्दनाक हादसे में दो महिलाओं समेत तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि छह लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों का इलाज पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) में चल रहा है। हादसे के बाद घटनास्थल पर चीख-पुकार मच गई और आसपास के लोग मदद के लिए दौड़ पड़े।
गंगा स्नान के लिए जा रहे थे श्रद्धालु
मिली जानकारी के अनुसार, मृतक और घायल सभी लोग जहानाबाद जिले के रहने वाले थे। वे बुधवार की सुबह गंगा स्नान के लिए पटना जा रहे थे। करीब 22 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद जैसे ही उनका ऑटो सिमरी फोरलेन के पास पहुंचा, सामने से आ रहे एक तेज रफ्तार ट्रक ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि ऑटो पलटकर सड़क किनारे पानी से भरे गड्ढे में जा गिरा। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि टक्कर के बाद घटनास्थल पर अफरातफरी मच गई। ऑटो में बैठे लोग बाहर निकलने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन वाहन उलट जाने के कारण कई लोग फंस गए। स्थानीय लोगों ने किसी तरह सभी यात्रियों को बाहर निकाला और पुलिस को सूचना दी।
दो महिलाओं की मौके पर मौत, एक ने अस्पताल में तोड़ा दम
हादसे में दो महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक पुरुष ने पीएमसीएच में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। मृतकों की पहचान जहानाबाद निवासी रामनरेश यादव, उनकी पत्नी ललिता देवी और गया जिले के बेलागंज निवासी उषा देवी के रूप में हुई है। तीनों गंगा स्नान के लिए निकले थे और परिवार के अन्य सदस्य भी उनके साथ ऑटो में सवार थे। पुलिस ने बताया कि हादसे के बाद घायलों को तुरंत एंबुलेंस की मदद से पीएमसीएच भेजा गया। डॉक्टरों ने बताया कि घायलों में कई की हालत गंभीर बनी हुई है। घायलों में कुछ बच्चे भी शामिल हैं, जिनका इलाज जारी है।
हादसे के बाद ट्रक चालक फरार
घटना के तुरंत बाद ट्रक चालक मौके से फरार हो गया। पुलिस ने बताया कि ट्रक को जब्त कर लिया गया है और चालक की तलाश की जा रही है। फिलहाल यह पता लगाया जा रहा है कि ट्रक किस दिशा से आ रहा था और वह किस कंपनी या मालिक के नाम पर रजिस्टर है। पुलिस के अनुसार, हादसा गया-डोभी रोड पर सिमरी फोरलेन के पास हुआ। इस मार्ग पर अक्सर भारी वाहन तेज गति से गुजरते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क पर पर्याप्त सुरक्षा संकेत और स्पीड ब्रेकर नहीं हैं, जिससे इस तरह के हादसे बार-बार होते रहते हैं।
पुलिस और प्रशासन की तत्परता
घटना की सूचना मिलते ही परसा बाजार थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। थाना प्रभारी मेनका रानी ने बताया कि हादसे की जानकारी बाइपास जीरो माइल ट्रैफिक थाना को दी गई, जिसके बाद ट्रैफिक पुलिस की टीम भी घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस ने सभी घायलों को अस्पताल पहुंचाया और मृतकों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। थाना प्रभारी ने बताया कि ऑटो में 12 से अधिक लोग सवार थे, जो नियमों के खिलाफ है। अधिक लोगों के सवार होने से ऑटो का संतुलन भी बिगड़ सकता है। उन्होंने कहा कि मामले की गहन जांच की जा रही है और दोषी ट्रक चालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय लोगों का आक्रोश
हादसे के बाद स्थानीय लोगों में गुस्सा देखने को मिला। लोगों ने कहा कि सिमरी फोरलेन पर आए दिन हादसे हो रहे हैं, लेकिन प्रशासन अब तक ठोस कदम नहीं उठा पाया है। उन्होंने सड़क पर स्पीड लिमिट बोर्ड लगाने, पुलिस गश्त बढ़ाने और अवैध ओवरलोडेड वाहनों पर रोक लगाने की मांग की। कई लोगों ने बताया कि इस सड़क पर ट्रक और अन्य भारी वाहन रात-दिन तेज रफ्तार में चलते हैं। खासकर धार्मिक अवसरों पर जब श्रद्धालुओं की भीड़ रहती है, तो सुरक्षा उपाय और सतर्कता की और भी जरूरत होती है।
घायलों का इलाज जारी
पीएमसीएच के डॉक्टरों ने बताया कि घायलों की हालत गंभीर है और उन्हें विशेष निगरानी में रखा गया है। दो घायलों को सिर और रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोटें आई हैं। डॉक्टरों ने कहा कि समय पर प्राथमिक उपचार मिलने से उनकी जान बचाई जा सकी। अस्पताल प्रबंधन ने कहा कि सभी घायलों को फ्री मेडिकल सुविधा दी जा रही है और उनके परिवार को आवश्यक सहायता प्रदान की जा रही है।
हादसों पर नियंत्रण के लिए जरूरी कदम
राजधानी पटना और उसके आसपास के क्षेत्रों में सड़क हादसों की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इन हादसों की बड़ी वजह लापरवाही, ओवरस्पीडिंग और वाहनों का ओवरलोड होना है। ट्रैफिक विभाग का कहना है कि चुनावी व्यस्तता के कारण इस समय कई इलाकों में गश्त कम की गई थी, लेकिन इस तरह की घटनाओं के बाद निगरानी फिर से बढ़ाई जाएगी। प्रशासन ने भी कहा है कि हादसे के बाद सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जाएगा। पटना का यह हादसा एक बार फिर चेतावनी देता है कि लापरवाही और तेज रफ्तार का नतीजा कितना भयावह हो सकता है। गंगा स्नान जैसे धार्मिक अवसर पर श्रद्धालु श्रद्धा से यात्रा पर निकले थे, लेकिन एक पल की असावधानी ने तीन जिंदगियों को खत्म कर दिया और कई परिवारों को शोक में डूबा दिया। प्रशासन के लिए यह समय है कि सड़क सुरक्षा उपायों को सख्ती से लागू किया जाए और ड्राइवरों की निगरानी प्रणाली को और मजबूत बनाया जाए। वहीं, यात्रियों के लिए भी यह जरूरी है कि वे सुरक्षित यात्रा नियमों का पालन करें ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। फिलहाल, घायल यात्रियों का इलाज जारी है और ट्रक चालक की तलाश में पुलिस की छापेमारी जारी है।

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