पटना जंक्शन पर ऑटो पार्किंग मल्टी लेवल पार्किंग में होगी शिफ्ट, बनेगा कंट्रोल सेंटर, जाम से मिलेगी राहत

पटना। पटना जंक्शन और इसके आस-पास लगातार लगने वाले ट्रैफिक जाम से लोगों को राहत दिलाने के लिए जिला प्रशासन ने एक बड़ा निर्णय लिया है। टाटा पार्क में अब तक जो ऑटो पार्किंग की व्यवस्था थी, उसे हटाकर अब पुरानी मल्टीलेवल पार्किंग के पहले तल पर शिफ्ट किया जाएगा। इससे न केवल स्टेशन परिसर में भीड़भाड़ कम होगी, बल्कि गोलंबर के चारों ओर बनने वाले जाम से भी छुटकारा मिलेगा।
200 ऑटो को हटाया जाएगा टाटा पार्क से
इस व्यवस्था के तहत टाटा पार्क में खड़े रहने वाले करीब 200 ऑटो को नई जगह स्थानांतरित किया जाएगा। ट्रैफिक पुलिस ने पहले ही इस व्यवस्था के लिए प्रस्ताव दिया था, जिसे अब अंतिम रूप दे दिया गया है। इसके साथ ही गोलंबर और स्टेशन रोड के आसपास अनधिकृत रूप से लगने वाले वेंडरों को भी हटाया जाएगा।
पुरानी मल्टीलेवल पार्किंग का होगा पुन: उपयोग
पटना जंक्शन के सामने बनी पुरानी मल्टीलेवल पार्किंग वर्षों से बेकार पड़ी थी। अब इसे दोबारा सक्रिय किया जा रहा है। इस पार्किंग को अंडरग्राउंड सबवे से जोड़ा गया है, जिससे यात्रियों की स्टेशन तक पहुंच आसान हो सकेगी। जब यह व्यवस्था पूरी तरह से लागू हो जाएगी, तब यात्री मल्टी मॉडल हब के जरिए स्टेशन आ-जा सकेंगे, जिससे मुख्य सड़क पर दबाव कम होगा।
कमांड एंड कंट्रोल सेंटर की स्थापना
इस योजना के तहत मल्टी मॉडल हब में एक अत्याधुनिक कमांड एंड कंट्रोल सेंटर की स्थापना की जाएगी। इस सेंटर की मदद से पूरे स्टेशन क्षेत्र और आसपास के हिस्सों की निगरानी की जाएगी। यहां लगे आधुनिक सीसीटीवी कैमरे पूरे इलाके पर नजर रखेंगे। इन्हीं कैमरों से मिलने वाली लाइव फुटेज के आधार पर नियम उल्लंघन करने वालों पर ई-चालान जैसी कार्रवाई की जाएगी।
अतिक्रमण पर सख्त निगरानी
स्टेशन रोड पर वर्षों से लगे वेंडरों और अनधिकृत दुकानों की वजह से ट्रैफिक व्यवस्था प्रभावित होती रही है। अब कंट्रोल सेंटर की निगरानी के जरिए ऐसे अतिक्रमण पर सख्ती से नजर रखी जाएगी और आवश्यकतानुसार कार्रवाई भी की जाएगी। कैमरों की संख्या को भी बढ़ाया जाएगा ताकि कोई भी गतिविधि निगरानी से बाहर न रह सके।
पटना मेट्रो परियोजना से पहले तैयारियां तेज
पटना मेट्रो परियोजना की शुरुआत से पहले पटना जंक्शन को सुव्यवस्थित करना प्रशासन की प्राथमिकता बन गई है। इस क्षेत्र में आने वाली मेट्रो लाइन और स्टेशन के निर्माण कार्य को ध्यान में रखते हुए स्टेशन गोलंबर को छोटा किया जाएगा। दो महीने पहले ही प्रशासन ने एक सर्वे करवाया था, जिसमें ट्रैफिक और अतिक्रमण को लेकर गहन अध्ययन किया गया था। उसी रिपोर्ट के आधार पर यह विस्तृत योजना तैयार की गई है।
नया रास्ता यात्रियों को देगा राहत
जैसे-जैसे नई व्यवस्था लागू होगी, यात्रियों को न केवल स्टेशन तक पहुंचने में आसानी होगी, बल्कि समय की भी बचत होगी। पुराने जमाने की अव्यवस्था और अनियंत्रित ट्रैफिक के स्थान पर अब एक अधिक सुव्यवस्थित, तकनीक आधारित और निगरानीयुक्त सिस्टम काम करेगा। पटना जंक्शन और उसके आसपास के क्षेत्र को ट्रैफिक जाम और अतिक्रमण से मुक्त करने की दिशा में यह कदम काफी अहम माना जा रहा है। प्रशासन की यह पहल आने वाले दिनों में यात्री सुविधाओं को बेहतर बनाने के साथ ही पटना शहर की छवि को भी संवारने का कार्य करेगी। पटना मेट्रो के आगमन से पहले की जा रही यह तैयारी भविष्य में शहर के लिए एक बड़ी राहत साबित हो सकती है।

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