October 29, 2025

लखीसराय में भीषण हादसा, खड़े ट्रक में ऑटो की टक्कर, 3 छात्रों की मौत, दो पटना रेफर

लखीसराय। बिहार के लखीसराय जिले में गुरुवार सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसे ने तीन युवाओं की जिंदगी छीन ली। यह हादसा लखीसराय-जमुई बॉर्डर के नोनगढ़ चेक पोस्ट के पास हुआ, जहां इंजीनियरिंग के छात्रों से भरा एक ऑटो सड़क किनारे खड़े ट्रक से टकरा गया। इस दुर्घटना में शिव सोहना इंजीनियरिंग कॉलेज के तीन छात्रों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि दो छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। हादसे के बाद पूरे क्षेत्र में शोक और आक्रोश का माहौल है।
परीक्षा के बाद घर लौट रहे थे छात्र
शिव सोहना इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ने वाले ये छात्र तीसरे सेमेस्टर की परीक्षा समाप्त होने के बाद अपने घर लौट रहे थे। सभी छात्र कॉलेज के हॉस्टल में रहते थे और गुरुवार सुबह लखीसराय रेलवे स्टेशन से ट्रेन पकड़ने की योजना थी। स्टेशन जाने के लिए वे एक ऑटो में सवार हुए, लेकिन रास्ते में यह दुर्भाग्यपूर्ण हादसा हो गया।
ट्रक से टकराया ऑटो, तीन की मौके पर मौत
हादसा उस वक्त हुआ जब तेज रफ्तार ऑटो सड़क किनारे खड़े एक ट्रक से टकरा गया। टक्कर इतनी जोरदार थी कि ऑटो पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और उसमें सवार छात्र बुरी तरह घायल हो गए। इस दुर्घटना में समस्तीपुर के रहने वाले पंकज कुमार, सरोज कुमार और नालंदा के चंडी निवासी साहिल कुमार की मौके पर ही मौत हो गई। इनकी उम्र 19 से 22 वर्ष के बीच बताई जा रही है।
दो छात्र गंभीर रूप से घायल, पटना रेफर
घटना में सीवान जिले के अंकित गुप्ता और अजीत यादव गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। दोनों को प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर किया गया है। एक अन्य छात्र को मामूली चोटें आई हैं, जिसके एक हाथ में फ्रैक्चर है। उसी छात्र ने कॉलेज प्रशासन को हादसे की जानकारी दी थी।
घटना के बाद ड्राइवर फरार, पुलिस जांच में जुटी
हादसे के बाद ऑटो चालक घटनास्थल से फरार हो गया। पुलिस उसकी तलाश कर रही है। तेतरहाट और जमुई थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को अस्पताल पहुंचाया। जमुई ट्रैफिक इंस्पेक्टर सह थाना प्रभारी आर एन अकेला ने बताया कि यह हादसा मंझवे चेक पोस्ट से आगे हुआ, और मृतकों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए जमुई सदर अस्पताल भेजा गया है।
कॉलेज प्रशासन और साथी छात्रों में शोक
शिव सोहना इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. विमलेश कुमार सहित कई लोग हादसे की खबर मिलते ही घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि बुधवार को थर्ड सेमेस्टर की परीक्षा समाप्त हुई थी और छात्र ट्रेन से घर जाने के लिए निकले थे। उन्होंने मृतकों के परिजनों को सूचना दे दी है और शोक व्यक्त किया है। कॉलेज के अन्य छात्रों में इस हादसे को लेकर गहरा आक्रोश और दुख देखा गया। यह हादसा न सिर्फ तीन परिवारों के लिए अपूरणीय क्षति है, बल्कि समाज के लिए भी एक बड़ा सबक है। तेज रफ्तार और असावधानी का नतीजा अक्सर जीवन छीन लेता है। ऐसे हादसों से बचाव के लिए न केवल वाहन चालकों को सतर्क रहना चाहिए, बल्कि प्रशासन को भी सड़क सुरक्षा और ट्रैफिक नियमों के पालन को सुनिश्चित करना चाहिए। इन युवाओं की असमय मौत ने सभी को झकझोर कर रख दिया है।

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