बिहार में वैश्य समाज पर हो रहे अत्याचार पर अविलंब रोक लगे, वर्ना सड़क पर उतरने को होंगे बाध्य

पटना। बिहार में वैश्य समाज के साथ प्रतिदिन होने वाले जुल्म, अत्याचार, लूट, फिरौती, रंगदारी, हत्या आदि के विरोध में बिहार प्रदेश वैश्य महासभा ने सोमवार का आरपी इंटरनेशनल में प्रेस वार्ता कर तीव्र आक्रोश व्यक्त किया। महासभा अध्यक्ष डॉ. आनंद कुमार ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मांग किया कि वैश्य समुदाय पर होने वाले उपर्युक्त अत्याचार पर अविलंब रोक लगाया जाए, नहीं तो वैश्य समाज सड़क पर उतरने को बाध्य होंगे। साथ ही उन्होंने सरकार से मांग किया कि वैश्यों के हित में वैश्य आयोग, स्पेशल टास्क फोर्स तथा व्यापारियों को बंदूक का लाइसेंस दिया जाए।
प्रधान महासचिव दिलीप कुमार गुप्ता ने कहा कि जिस जंगलराज के विरोध में वैश्य समुदाय ने एनडीए को सत्ता में लाया, आज वही समाज पुन: जंगलराज के चपेट में आ गया है। लगातार जुल्म के शिकार हो रहे व्यापारी आज भगवान के भरोसे हैं, उसे कोई देखने वाला नहीं है, नतीजतन वे पलायन को मजबूर हो रहे हैं। उन्होंने प्रशासन से मांग किया कि महीने में कम से कम एक बार पुलिस-व्यापारी संवाद का आयोजन हर थाने या अनुमंडल के अंतर्गत होना चाहिए, शहर के सभी सीसीटीवी को कंट्रोल रूम से जोड़ा जाए। वहीं महासभा के उपाध्यक्ष विपुल कुमार गांधी ने कहा कि यदि इसी तरह वैश्य समुदाय के साथ जुल्म होता रहा तो व्यापारियों का एक ही नारा होगा सुरक्षा नहीं तो टैक्स नहीं। कार्यकारी अध्यक्ष शिव कुमार गुप्ता ने कहा कि प्रशासन का ध्यान केवल दारू पर लगा हुआ है और व्यापारी जुल्म के शिकार हो रहे हैं।
संवाददाता सम्मेलन में नितिन अभिषेक, डॉ. प्रवीण साहू, रंजीत कुमार राणा, अमित शाह, राधे कुमार गुप्ता, सूरज गुप्ता, राजेश गुप्ता, संजय गुप्ता, महिला अध्यक्ष कांति केसरी आदि उपस्थित थे।
