लालू के बयान पर बोले ललन सिंह, कहा- ऑफर का उन्हीं से पूछिए, हम एनडीए के साथ हैं और साथ रहेंगे

पटना। नए साल के मौके पर आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने एक बयान देकर बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए उनके दरवाजे हमेशा खुले हैं और उन्हें भी सही फैसला लेकर साथ आना चाहिए। इस बयान के बाद सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों ओर से तीखी प्रतिक्रियाएं आने लगीं। गुरुवार को जेडीयू के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया दी और स्पष्ट किया कि जेडीयू एनडीए के साथ है और आगे भी एनडीए के साथ रहेगा। ललन सिंह ने लालू यादव के बयान पर कहा कि लालू यादव क्या कहते हैं और क्या नहीं, इसका जवाब उन्हीं से पूछना चाहिए। उन्होंने यह भी साफ किया कि जेडीयू पूरी तरह से एनडीए के साथ है और एनडीए में बने रहने का इरादा रखता है। ललन सिंह ने कहा, “नीतीश कुमार को लेकर किसी तरह की अटकलें लगाने की जरूरत नहीं है। हमारी स्थिति स्पष्ट है और हम एनडीए में हैं। इस पर कोई सवाल नहीं उठता। राजद नेता और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने हाल ही में दावा किया था कि 2025 में बिहार में राजद की सरकार बनेगी। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए ललन सिंह ने कहा कि तेजस्वी यादव के बयान को वह गंभीरता से नहीं लेते। उन्होंने झल्लाते हुए कहा, “क्या मेरा काम सिर्फ उनके बयान का जवाब देना रह गया है? हर किसी को बोलने की आजादी है, उन्हें बोलने दीजिए।” ललन सिंह ने यह भी जोड़ा कि ऐसे दावों पर प्रतिक्रिया देना जरूरी नहीं है। लालू यादव ने अपने बयान में कहा था कि नीतीश कुमार के लिए उनके दरवाजे खुले हैं और उन्हें सही निर्णय लेकर आरजेडी के साथ आ जाना चाहिए। इस बयान ने बिहार की सियासी गलियारों में नई चर्चाओं को जन्म दिया। हालांकि, लालू के इस बयान से उलट उनके बेटे तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार की विदाई तय है। तेजस्वी ने कहा, 20 साल तक एक ही बीज बोने से फसल बर्बाद हो जाती है, अब बिहार को नए बीज की जरूरत है। लालू यादव और तेजस्वी यादव के विरोधाभासी बयानों से बिहार की राजनीति में एक बार फिर हलचल मच गई है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि राजद में लालू यादव का फैसला ही अंतिम होता है, लेकिन तेजस्वी की बयानबाजी उनके भविष्य के नेतृत्व को मजबूत करने का संकेत देती है। ललन सिंह के बयान ने यह स्पष्ट कर दिया कि जेडीयू फिलहाल एनडीए का हिस्सा रहेगा। यह बयान उन अटकलों को खारिज करता है, जिनमें नीतीश कुमार के फिर से पाला बदलने की चर्चा हो रही थी। बिहार की राजनीति में आए दिन बदलते समीकरणों और बयानों के बीच ललन सिंह ने एनडीए में जेडीयू की स्थिति स्पष्ट कर दी है। वहीं, लालू यादव और तेजस्वी यादव के बयानों से यह साफ है कि राजद भी अपनी राजनीतिक रणनीति को लेकर सक्रिय है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि इन बयानों का बिहार की सियासत पर क्या असर पड़ता है और क्या कोई नया राजनीतिक समीकरण उभरता है।
