भागलपुर में प्रधानमंत्री को जान से मारने की धमकी देने वाला युवक गिरफ्तार, पीएमओ को भेजा था व्हाट्सएप मैसेज

भागलपुर। बिहार के भागलपुर जिले से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां एक युवक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जान से मारने की धमकी दी। इस मामले में पुलिस और खुफिया एजेंसियों की त्वरित कार्रवाई के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। यह घटना न सिर्फ कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाती है, बल्कि पारिवारिक विवाद के चलते कितनी गंभीर साजिशें रची जा सकती हैं, इसका भी उदाहरण बन गई है।
व्हाट्सएप के जरिए भेजा गया धमकी भरा मैसेज
गिरफ्तार किया गया आरोपी समीर कुमार रंजन भागलपुर जिले के सुल्तानगंज थाना क्षेत्र के महेशी गांव का निवासी है। उसने प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) को व्हाट्सएप पर एक धमकी भरा संदेश भेजा, जिसमें प्रधानमंत्री की हत्या की बात कही गई थी। यह मैसेज वीपीएन के जरिए भेजा गया, जिससे जांच को भटकाने की कोशिश की गई थी। लेकिन तकनीकी निगरानी और फिंगरप्रिंट जांच के बाद असली आरोपी की पहचान हो गई।
पुलिस और खुफिया एजेंसियों की कार्रवाई
एनआईए और इंटेलिजेंस ब्यूरो के अधिकारियों ने जब यह संदेश पकड़ा तो भागलपुर के एसएसपी को तुरंत सूचना दी गई। इसके बाद सुल्तानगंज थाने की पुलिस और डीआईयू की संयुक्त टीम ने जांच शुरू की। प्रारंभिक जांच में मंटू चौधरी नामक व्यक्ति को संदेह के आधार पर हिरासत में लिया गया। लेकिन पूछताछ में मंटू ने बताया कि वह ज्यादा पढ़ा-लिखा नहीं है और साधारण की-पैड मोबाइल उपयोग करता है। साथ ही उसने बताया कि उसके भतीजे समीर से जमीन को लेकर पुराना विवाद चल रहा है, और उसे फंसाने के लिए यह साजिश रची गई है।
तकनीकी साक्ष्यों से खुला राज
जांच के दौरान पुलिस को एक मोबाइल नंबर की जानकारी मिली, जो वीपीएन के जरिए 71 बार एक्टिवेट हुआ था। मोबाइल के ईएमआई नंबर और अन्य तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर समीर रंजन की पहचान हुई और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। उसके मोबाइल से धमकी वाला व्हाट्सएप मैसेज भी बरामद किया गया। पूछताछ में समीर ने कबूल किया कि वह अपने चाचा से चल रहे विवाद के कारण उन्हें फंसाना चाहता था, इसलिए उसने यह गंभीर कदम उठाया।
समीर की पृष्ठभूमि और वर्तमान स्थिति
समीर रंजन बीबीए पास युवक है और कोरोना महामारी से पहले वह एक निजी कंपनी में नौकरी कर रहा था। महामारी के दौरान उसकी नौकरी चली गई और तब से वह घर पर ही रह रहा था। इसी बीच उसके और उसके चाचा के बीच जमीन को लेकर विवाद गहरा गया, जिसका नतीजा इस धमकी के रूप में सामने आया। फिलहाल पुलिस उससे पूछताछ कर रही है और आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है।
पीएम की यात्रा और सुरक्षा इंतजाम
इस घटना के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार दौरे पर पटना पहुंचे और 72 मिनट लंबा रोड शो किया। उन्होंने पटना एयरपोर्ट के नए टर्मिनल का उद्घाटन किया और बिहटा एयरपोर्ट का शिलान्यास भी किया। इसके अलावा वे बीजेपी दफ्तर में पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात करने के बाद डिप्टी सीएम के बेटे की सगाई में भी शामिल हुए। सुरक्षा एजेंसियों ने इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया था।
पहले भी सामने आ चुके हैं ऐसे मामले
गौरतलब है कि इससे पहले भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अयोध्या के राम मंदिर को धमकी देने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। भागलपुर के ही बरारी थाना क्षेत्र से मकसूद अंसारी को रामलला मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी देने के मामले में गिरफ्तार किया गया था। उसके पास से चार मोबाइल बरामद किए गए थे और वह अभी जेल में बंद है। इस घटना से यह साफ हो जाता है कि राजनीतिक और धार्मिक स्थलों को लेकर कुछ असामाजिक तत्व किस हद तक जाकर माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर सकते हैं। प्रशासन को सतर्क रहना होगा ताकि भविष्य में ऐसी कोई घटना न हो सके।

You may have missed