भोजपुर में हत्या के 9 साल बाद आरोपी गिरफ्तार, पुलिस ने फरार अपराधी को दबोचा
भोजपुर। भोजपुर जिले की पुलिस ने हत्या के एक पुराने मामले में फरार चल रहे आरोपित को 9 साल बाद गिरफ्तार कर लिया है। यह सफलता पवना थाना पुलिस को मिली है, जिसने आयर थाना क्षेत्र में एक गुप्त सूचना के आधार पर आरोपित को धर दबोचा। पकड़े गए व्यक्ति की पहचान मनोज राम के रूप में हुई है, जो मूल रूप से आयर के बरनाव गांव का निवासी है। हालांकि, घटना के समय वह पवना गांव में रहता था। यह मामला 29 मार्च 2015 का है, जब पवना गांव में गुलाम राम नामक व्यक्ति की हत्या कर दी गई थी। इस हत्या में धारदार हथियार का उपयोग किया गया था, और घटना के तुरंत बाद मृतक के परिजनों ने मनोज राम के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई थी। घटना के बाद से ही मनोज फरार हो गया था। पुलिस ने इस दौरान आरोपित की तलाश में कई कोशिशें कीं, लेकिन वह हर बार भागने में कामयाब हो जाता था। मनोज राम पर पुलिस ने 500 रुपये का इनाम भी घोषित किया था। फरारी के दौरान पुलिस ने उसकी संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई भी की थी, लेकिन वह पकड़ से बाहर रहा। पवना थाना के थानाध्यक्ष सुरेश सिंह ने बताया कि आरोपित मनोज राम और मृतक गुलाम राम रिश्ते में ममेरे भाई थे। हत्या के पीछे की वजह अभी स्पष्ट नहीं हो पाई है, लेकिन यह घटना दोनों के बीच किसी विवाद का परिणाम मानी जा रही है। आखिरकार पुलिस को एक गुप्त सूचना मिली कि मनोज राम आयर इलाके में मौजूद है। इसके आधार पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया। थानाध्यक्ष ने बताया कि मनोज राम लंबे समय से इधर-उधर भागकर छिपता रहा, ताकि पुलिस के हाथ न लगे। हत्या के समय वह पवना गांव में मौजूद था और वहीं उसने इस वारदात को अंजाम दिया। गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने उसे न्यायालय में पेश किया और आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। मनोज राम की गिरफ्तारी ने मृतक के परिवार को न्याय की उम्मीद दी है। पुलिस की इस कार्रवाई से यह संदेश मिलता है कि कानून के लंबे हाथों से कोई बच नहीं सकता, चाहे वह कितनी भी देर से पकड़ा जाए। यह घटना पुलिस की कड़ी मेहनत और प्रतिबद्धता का उदाहरण है, जो वर्षों बाद भी न्याय दिलाने के लिए प्रयासरत रहती है।


