28 जून को पटना में नवनियुक्त 21391 सिपाहियों को नियुक्ति पत्र देंगे सीएम, बापू सभागार में होगा कार्यक्रम

पटना। बिहार की कानून-व्यवस्था को मजबूती देने और पुलिस बल को सशक्त बनाने की दिशा में राज्य सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है। राज्य में 21,391 नए सिपाहियों की नियुक्ति की प्रक्रिया अब अपने अंतिम चरण में पहुंच चुकी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 28 जून को पटना के बापू सभागार में इन नवचयनित सिपाहियों को नियुक्ति पत्र प्रदान करेंगे। इस अवसर पर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा, जिसमें राज्य के वरिष्ठ अधिकारी और प्रशासनिक प्रतिनिधि शामिल होंगे।
बड़ी संख्या में हुई नियुक्ति, बढ़ेगी पुलिस की ताकत
बिहार पुलिस में यह अब तक की सबसे बड़ी भर्ती प्रक्रियाओं में से एक मानी जा रही है। इस भर्ती का विज्ञापन वर्ष 2023 में जारी किया गया था, जिसके लिए राज्य भर से लाखों युवाओं ने आवेदन किया था। चयन प्रक्रिया में लिखित परीक्षा, शारीरिक दक्षता परीक्षण और दस्तावेजों का सत्यापन शामिल था। अगस्त 2024 में आयोजित लिखित परीक्षा के आधार पर योग्य उम्मीदवारों का चयन किया गया। इस प्रक्रिया के अंतर्गत जिन अभ्यर्थियों का चयन हुआ है, उन्हें अब औपचारिक रूप से नियुक्ति पत्र प्रदान किया जाएगा। इससे पुलिस बल में नई ऊर्जा का संचार होगा और लंबे समय से खाली पदों की कमी भी काफी हद तक दूर हो जाएगी।
भव्य समारोह में होगा नियुक्ति पत्र का वितरण
पटना के बापू सभागार में आयोजित होने वाले इस समारोह में मुख्यमंत्री के हाथों नियुक्ति पत्र प्रदान किया जाएगा। इस अवसर पर राज्य के शीर्ष पुलिस अधिकारी, प्रशासनिक अधिकारी और अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहेंगे। यह आयोजन न केवल नवचयनित सिपाहियों के लिए गर्व का क्षण होगा, बल्कि राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को भी दर्शाएगा कि वह कानून व्यवस्था को सशक्त बनाने के लिए तत्पर है।
कानून-व्यवस्था में आएगा सुधार
पुलिस बल की संख्या बढ़ने से राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति और अधिक मजबूत होगी। खासकर ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में पुलिस की उपस्थिति बढ़ेगी, जिससे अपराध पर नियंत्रण पाने में सहायता मिलेगी। सरकार का उद्देश्य है कि पुलिस-जनसंख्या अनुपात को राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप लाया जाए। वर्तमान में बिहार में पुलिस बल की कमी लंबे समय से चिंता का विषय रही है, जिसे अब इस बड़ी भर्ती से काफी हद तक दूर किया जा सकेगा।
युवाओं को मिला रोजगार, बढ़ा भरोसा
इस नियुक्ति प्रक्रिया से हजारों युवाओं को सरकारी नौकरी मिली है, जो उनके लिए न केवल आर्थिक सुरक्षा का साधन बनेगी बल्कि सामाजिक प्रतिष्ठा भी प्रदान करेगी। सरकारी नौकरी की स्थिरता और सुविधाओं के कारण पुलिस भर्ती युवाओं के बीच हमेशा से आकर्षण का केंद्र रही है। इसके साथ ही यह भी उम्मीद की जा रही है कि नई पीढ़ी के ये सिपाही आधुनिक पुलिसिंग के तहत तकनीकी रूप से दक्ष होकर अपराध के बदलते स्वरूप से निपटने में मददगार साबित होंगे।
राज्य सरकार की पहल को मिली सराहना
इस पहल के जरिए राज्य सरकार ने यह स्पष्ट संदेश दिया है कि वह कानून-व्यवस्था की मजबूती को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा स्वयं नियुक्ति पत्र सौंपने से यह जाहिर होता है कि सरकार युवाओं को अवसर देने के साथ-साथ प्रशासनिक ढांचे को मजबूत करने के लिए गंभीर है। आने वाले वर्षों में यदि इसी गति से पुलिस बल को तकनीकी संसाधनों और मानव संसाधन से लैस किया जाता रहा, तो बिहार अपराध नियंत्रण और नागरिक सुरक्षा के क्षेत्र में निश्चित रूप से बड़ी उपलब्धि हासिल कर सकेगा।

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