पूर्व विधायक अनंत सिंह को कोर्ट से मिली जमानत, अभी नहीं आएंगे बाहर, कई मामलों की सुनवाई जारी

पटना। बिहार की राजनीति के चर्चित और विवादित चेहरे, मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह को एक केस में अदालत से राहत जरूर मिली है, लेकिन उनकी रिहाई फिलहाल संभव नहीं हो सकी है। उन्हें पंचमहला मामले में दर्ज पुलिस बाधा केस में जमानत मिल गई है, मगर एक अन्य गंभीर फायरिंग मामले में अभी भी वे न्यायिक हिरासत में हैं।
पंचमहला केस में कोर्ट से राहत
अनंत सिंह के खिलाफ पंचमहला इलाके में दर्ज एक पुराने मामले में यह आरोप था कि उन्होंने सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाई थी। पुलिस की रिपोर्ट के अनुसार, सरकारी ड्यूटी निभा रही टीम को अनंत सिंह के हस्तक्षेप और व्यवहार के कारण कठिनाई का सामना करना पड़ा था। इस मामले में सुनवाई के दौरान अदालत ने सबूतों और पक्षों की दलीलों के आधार पर अनंत सिंह को जमानत दे दी है। उनके वकील ने जानकारी दी है कि कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद यह जमानत आदेश संबंधित जेल प्रशासन को भेजा जाएगा।
फायरिंग मामले में अभी भी हिरासत
हालांकि, जमानत मिलने के बावजूद अनंत सिंह की रिहाई अभी नहीं हो पाएगी क्योंकि वह 21 जनवरी 2025 को मोकामा में हुई ताबड़तोड़ फायरिंग के एक अन्य केस में न्यायिक हिरासत में हैं। यह मामला आपसी वर्चस्व को लेकर सोनू-मोनू गुट द्वारा दर्ज कराया गया था। इस घटना में मोकामा के कई इलाकों में भारी गोलियां चली थीं, जिससे स्थानीय लोगों के बीच भय और तनाव का माहौल बन गया था।
पुलिस की जांच और अन्य आरोप
फायरिंग कांड को लेकर पुलिस की जांच अभी जारी है। पुलिस का कहना है कि घटना में कई लोग शामिल थे और अभी कुछ अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी भी शेष है। अनंत सिंह को इस मामले में मुख्य आरोपी माना जा रहा है, लेकिन अब तक उन्हें इसमें कोई जमानत नहीं मिली है। उनके अधिवक्ता ने बताया कि जल्द ही इस मामले में भी जमानत के लिए अर्जी दी जाएगी।
राजनीतिक जीवन और विवादों से नाता
अनंत सिंह बिहार की राजनीति में एक दबंग छवि रखने वाले नेता माने जाते हैं। हालांकि, उनका राजनीतिक सफर विवादों से घिरा रहा है। उन पर हत्या, रंगदारी, आर्म्स एक्ट, और आपराधिक षड्यंत्र जैसे गंभीर मामलों में आरोप लगे हैं। कई बार जेल गए, मगर राजनीतिक रूप से उनका जनाधार बना रहा। उनके समर्थक उन्हें एक जननेता मानते हैं और यह तर्क देते हैं कि उनके खिलाफ चल रहे अधिकतर मामले राजनीतिक साजिश के तहत दर्ज किए गए हैं।
भविष्य की कानूनी चुनौतियाँ बरकरार
जहां एक ओर पंचमहला केस में मिली जमानत उनके लिए राहत की बात है, वहीं दूसरी ओर फायरिंग कांड जैसे गंभीर मामले में उन्हें जेल में रहना पड़ेगा। साथ ही, उनके खिलाफ पुराने कई अन्य केस भी लंबित हैं, जिनकी सुनवाई आने वाले समय में होनी है। फिलहाल अनंत सिंह जेल में ही हैं, और उनकी रिहाई इस बात पर निर्भर करेगी कि अन्य मामलों में उन्हें कब और कैसे राहत मिलती है। उनके वकील अगली कानूनी रणनीति तय करने में जुटे हैं, वहीं प्रशासन इस पूरे प्रकरण पर नजर बनाए हुए है।
