नीतीश के मंत्री के बड़े भाई और पूर्व विधायक अजय प्रताप ने थामा राजद का दामन, ली पार्टी की सदस्यता

पटना। एनडीए को जमुई में एक बहुत बड़ा झटका लगा है। बिहार सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री सुमित कुमार सिंह के बड़े भाई और दिवागंत पूर्व कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह के बेटे और जमुई विधानसभा क्षेत्र के पूर्व जदयू विधायक अजय प्रताप सिंह राष्ट्रीय जनता दल (राजद) में शामिल हो गए। पार्टी ज्वाइन करने को लेकर अजय प्रताप पटना पहुंच गए है और तेजस्वी यादव के आवास पर 2 बजे इसकी औपचारिक घोषणा भी कर दी गई। 2010 में अजय प्रताप सिंह ने राजद के पूर्व मंत्री विजय प्रकाश को हराया था। अजय प्रताप पूर्व दिवंगत कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह के बेटे हैं। नरेंद्र सिंह इलाके के पुराने और बड़े नेता रहे और जमुई सीट पर राजपूत वोटरों का बड़ा प्रभाव है। पिछले पांच विधानसभा चुनाव में इस सीट पर तीन बार नरेंद्र सिंह के परिवार का कब्जा रहा है। 2015 के विधानसभा चुनाव में भी अजय प्रताप भाजपा के टिकट पर यहां से चुनाव लड़े थे। लेकिन तब उन्हें राजद के विजय प्रकाश के हाथों हार मिली थी। लोकसभा चुनाव में अजय प्रताप के राजद में शामिल होने पर राजद उम्मीदवार अर्चना रविदास को फायदा होगा। जमुई विधानसभा क्षेत्र में करीब 3 लाख मतदाता है। इस सीट पर राजपूत वोटरों का बड़ा प्रभाव रहा है। साल 1967 से 2015 तक हुए 13 विधानसभा चुनाव में नौ बार राजपूत उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है। 2000 के विधानसभा चुनाव के बाद इस सीट पर नरेंद्र सिंह परिवार का कब्जा रहा है। इससे ये बात साफ है कि अजय प्रताप के राजद में शामिल होने पर इसका सीधा फायदा राजद उम्मीदवार अर्चना रविदास को होगा। बड़ी बात यह है कि अजय प्रताप के छोटे भाई सुमित कुमार सिंह बिहार सरकार में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री है और वह राज्य के पहले ऐसे विधायक बने जो एकमात्र निर्दलीय चुने गए है। जिसकी वजह से वो नीतीश कुमार के काफी करीबी माने जाते हैं और नीतीश सरकार की कैबिनेट में तीन बार मंत्री बने है।
तेजस्वी की राजपूत वोट साधने की कोशिश
पूरी राजनीतिक घटना क्रम के बाद यह कयास लगाया जा रहे हैं कि अजय प्रताप के राजद में शामिल होने पर एनडीए गठबंधन को बड़ा नुकसान हो सकता है। जानकार बताते हैं कि शनिवार को शहर के श्री कृष्णा सिंह स्टेडियम के मैदान में राजद उम्मीदवार के पक्ष में पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव एक जनसभा को संबोधित करेंगे। जिसमें अजय प्रताप मंच को साझा करेंगे और एक औपचारिक घोषणा की जाएगी। साथ ही तेजस्वी की कोशिश होगी कि वह राजपूत वोटरों को राजद उम्मीदवार के पक्ष में कन्वर्ट कर पाए।
एनडीए को हो सकता है नुकसान
पूरी राजनीतिक घटना क्रम के बाद यह कयास लगाया जा रहे हैं कि अजय प्रताप के राजद में शामिल होने पर एनडीए गठबंधन को बड़ा नुकसान हो सकता है। नीतीश कुमार ने भी बिहार सरकार के मंत्री एवं जदयू के गद्दावर नेता अशोक चौधरी को शुक्रवार को जमुई भेजा है। जो अपने कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर आपसी मतभेद को दूर कर एनडीए उम्मीदवार के पक्ष में मतदान करने को लेकर प्रेरित कर रहे हैं। बता दे कि मंत्री अशोक चौधरी की बेटी लोजपा-आर की टिकट से समस्तीपुर से चुनाव लड़ रही है। अगर जमुई में लोजपा उम्मीदवार अरूण भारती को समस्या हुई तो उसका खामियाजा समस्तीपुर में उन्हें झेलना पड़ सकता है। वहीं पूरे मामले को लेकर पूर्व विधायक अजय प्रताप सिंह से बात की तो उन्होंने कहा कि वह राजद में शामिल हो रहे हैं। शनिवार को तेजस्वी जी की सभा में भी वह शामिल होंगे और राजद उम्मीदवार के पक्ष में प्रचार प्रसार भी करेंगे।

About Post Author

You may have missed