जदयू की भाईचारा यात्रा पर एआईएमआईएम का तंज़, अख्तरूल ईमान बोले- मुसलमानों को चारा बनाकर वोट बैंक साधना चाह रहे नीतीश
पटना। बिहार में जदयू भाईचारा यात्रा निकाल रही है। एक अगस्त से इसकी शुरुआत हो चुकी है। यह यात्रा मुसलमान वोटर को रिझाने के लिए है, जिसके बाद सियासत शुरू हो गई है। एआईएमआईएम विधायक अख्तरूल ईमान ने बताया कि ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह भाईचारा यात्रा नहीं बल्कि मुसलमान को चारा बनाने वाली यात्रा है। अख्तरूल ईमान ने कहा कि नीतीश कुमार सिर्फ लोगों को दिगभ्रमित करने का काम कर रहे हैं। जिसने भाजपा और NRC का समर्थन किया। कभी मुसलमान के लिए कोई काम नहीं किया आज भाईचारा यात्रा निकाल रहे हैं। नीतीश कुमार ने कभी सीमांचल के मुसलमान के लिए कुछ नहीं किया। जबकि सीमांचल में मुसलमानों की बड़ी बस्ती है। nशुक्रवार को पटना में अख्तरूल ईमान प्रेस को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने जयपुर-मुंबई एक्सप्रेस ट्रेन में हुए शूटआउट पर बयान दिया। कहा कि वर्दी का काम जानमाल की रक्षा करने का है। आरपीएफ के जवान चेतन कुमार ने एक दलित ऑफिसर के साथ और चुन-चुन कर अलग-अलग कंपार्टमेंट में जाकर मुस्लिम चेहरे को गोली मार दी। एक का ताल्लुक बिहार से भी है। केंद्रीय सरकार 2024 के चुनाव को ध्यान में रखकर ऐसी कोशिश कर रही है कि एक सांप्रदायिक तनाव बन जाए। दरभंगा में हुई हिंसा का जिक्र करते हुए कहा कि जिन लोगों ने बीजेपी के खिलाफ गठबंधन बनाया है, उस गठबंधन के नाक के नीचे दरभंगा के कमतौल में मुर्दे को जलाने की बात आई। प्रशासन को चाहिए था कि विवादित भूमि पर किसी की लाश नहीं जलाई जाए। विवाद बढ़ा और वहां पर कुछ लोगों ने तनाव को बढ़ा दिया। पुलिस की मौजूदगी में रात के अंधेरे में बिजली काट दी गई और 23 मुस्लिम परिवारों को लूटा गया। महिलाओं के साथ बदसलूकी की गई उनके जेवर लूट लिए गए। 13 साल के मासूम को पुलिस उठाकर ले गई। कटिहार के बारसोई में लोगों ने बिजली की मांग की तो उनको गोली का शिकार बनाया गया। शर्म की बात है कि बिजली मंत्री कहते हैं ‘इस तरीके से लोग उग्र भीड़ लेकर आएंगे तो उनके सीने पर गोली चलेगी।’ उनका यह भी कहना था कि नीतीश कुमार ने बीजेपी को मज़बूत किया है। आज मुसलमान को धोखा देने के लिए सरकार चला रहे हैं। बिहार में अल्पसंख्यक समाज डर के माहौल में रह रहे है और नीतीश कुमार पीएम बनने के सपना देख रहे हैं।


