जनता दरबार के बाद बोले CM नीतीश; बिहार को नही मिल रहा विशेष राज्य के दर्जा तो 17 साल से काम के बाद भी पिछड़ा है बिहार

पटना। कोरोना की तीसरी लहर में संक्रमण के मामलों में कमी आने के बाद बिहार के CM नीतीश ने आज फिर से जनता दरबार शुरू किया। जनता दरबार में मुख्यमंत्री ने कई लोगों की शिकायत सुनी और संबंधित अधिकारियों को इसे जल्दी दूर करने को कहा। जनता दरबार के बाद मीडिया से बात करते हुए सीएम नीतीश कुमार ने एक बार फिर विशेष राज्य के दर्जे पर अपनी बात रखी। वहीं हिजाब विवाद पर भी उन्होंने कहा कि आपलोग जानते हैं ना कि हम विशेष राज्य के दर्जा के लिए कितना बड़ा अभियान चलाए हैं। कितनी जगहों पर कितनी सभाएं हुई है। हमलोग तो अपनी मांग रखे ही हैं। सीएम ने कहा कि हमलोगों ने 2005 से बिहार के लिए बहुत काम किया है। लेकिन फिर भी बिहार पीछे जरुर है। उसका कारण क्या है हमारी आबादी बहुत ज्यादा है हमारा क्षेत्रफल बहुत कम है।

सीएम नीतीश ने कहा कि वैसी स्थिति में भी हमलोग काम करते है। एरिया लिमिट है आबादी ज्यादा है तो वैसी ही स्थिति में हमलोग कितना भी काम कर ले, थोड़ा पीछे तो रहेंगे ही। उन्होंने कहा कि अभी विकास दर बढ़ा है। कितना भी प्रोग्रेस होगा तो भी जो एवरेज है उसके नीचे ही रहेंगे तो इसलिए तो कहा कि विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए। वही विशेष राज्य के दर्जे का मतलब समझाते हुए सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि केंद्र की तरफ से 60:40 का योगदान मिलता है। वैसी स्थिति में राज्य सरकार का जो पैसा है वह और विकास के काम में लगेगा और केंद्र का भी लगेगा तो कुल मिलाकर बहुत तेजी से बिहार आगे बढ़ेगा।