3 माह बाद खुला हार्डवेयर व्यवसायी की हत्या का राज : अनुरोध का सरहज से था अवैध संबंध, चालक बना लाइनर और फिर

फतुहा। तीन महीने पहले बीते 9 फरवरी को पटना के फतुहा-दनियावां राजमार्ग पर मुंडेरा गांव के समीप हुए दनियावां के फरीदपुर निवासी हार्डवेयर व्यवसायी अनुरोध कुमार हत्याकांड का खुलासा मंगलवार को पुलिस ने कर दी है। मृतक के पुत्र सोनू कुमार ने ही अपने पिता के बोलेरो चालक जितेंद्र कुमार उर्फ मुन्ना के साथ मिलकर सुपारी किलर से अपने पिता की हत्या करवा दिया था। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।
चालक के कहने पर पुत्र ने रची हत्या की साजिश
एसडीपीओ राजेश कुमार मांझी के अनुसार, मृतक अनुरोध कुमार का अपने सरहज के साथ अवैध संबंध चल रहा था। पुत्र सोनू कुमार भी अय्याशी में डूबा था। इसी बात को लेकर दोनों बाप-बेटे के बीच विवाद बढ़ गई थी। यहां तक कि बाप-बेटे ने व्यवसाय में बंटवारा भी कर लिया था। जहां मृतक को लग रहा था कि पुत्र सोनू कुमार अय्याशी में सारी सम्पति उड़ा देगा, वहीं पुत्र को लग रहा था कि पिता अनुरोध कुमार सरहज के चक्कर में सारा व्यवसाय डूबा देगा। दूसरी तरफ मृतक अनुरोध कुमार का बोलेरो चालक मृतक के विरुद्ध उसके पुत्र को अपनी अय्याशी जारी रखने के लिए हवा दे रहा था। इसके बाद ही चालक के कहने पर पुत्र सोनू कुमार ने अपने पिता की हत्या की साजिश रच डाली।
तीन अपराधी को किया हायर
इसके बाद चालक व पुत्र ने हिलसा के तीन अपराधी को हायर किया। सुपारी का सौदा चार लाख रुपये में तय हुई। एडवांस के रूप में पुत्र सोनू कुमार के द्वारा अपराधियों को एक लाख चालीस हजार रुपये दिए गए तथा हत्या का दिन भी मुकर्रर करा दी गई। चालक दो दिन पहले अपराधियों को मृतक की पहचान करा दी।
केस ब्लाइंड हो गया था
इस हत्याकांड के उद्भेदन के सूत्रधार रहे एसआई ललित विजय के मुताबिक, यह केस ब्लाइंड की ओर मुड़ गया था। काफी जांच पड़ताल के बाद भी पुलिस को कोई सुराग नहीं मिल पा रही थी। कई लोगों को संदिग्ध मानकर पूछताछ की गई लेकिन कुछ भी हाथ नहीं लग पा रहा था। इसी बीच मृतक के अवैध संबंध व पुत्र के अय्याशी करने की सूचना मिली। इसके बाद पुत्र सोनू कुमार के मोबाइल का सीडीआर निकाला गया तो पता चला कि सोनू कुमार की चालक व दो अज्ञात नंबर से काफी बातचीत हो रही है। हालांकि इससे भी पुलिस को कुछ विशेष हाथ नहीं लग पा रहा था। चालक व मृतक के पुत्र लगातार पुलिस को गुमराह कर रहे थे।
पुलिस को हाथ लगा तुरुप का पत्ता
एसआई ललित विजय के मुताबिक, जब पुलिस ने मृतक के पुत्र व चालक के बीच पैनल से बात करायी गयी तो चालक मृतक के पुत्र को मोबाइल फोन पर यह बताने लगा कि पुलिस को कभी पता नहीं चल पाएगा। यही बात इस हत्याकांड की खुलासा के लिए पुलिस को तुरुप का पत्ता साबित हुआ। पुलिस ने सबसे पहले चालक जितेंद्र कुमार उर्फ मुन्ना को उठाया। मुन्ना ने तोते की तरह बोलना शुरू कर दिया। इसके बाद पुलिस ने मृतक के पुत्र सोनू कुमार को गिरफ्तार कर लिया। चालक ने ही इस पूरे हत्याकांड का लाइनर बना रहा।
चालक दे रहा था पल पल की जानकारी
बीते 9 फरवरी को मृतक अनुरोध कुमार अपने बाइक से जेसीबी मशीन के खराब नोजल को बनवाने के लिए घर से फतुहा के लिए निकला तो तीन हायर अपराधी दनियावां के एक सीमेंट गोदाम के पास पहुंच चुके थे। चालक उन्हें पल पल की जानकारी दे रहा था। जैसे ही मृतक दनियावां बाजार से निकलकर फतुहा की ओर बढ़ा तो अपराधी अपने बाइक से पीछा करना शुरू कर दिया। मुंडेरा गांव के पास पहुंचते ही अपराधी उसके बाइक में सटकर गोली मार दी तथा घटना को लूटपाट की ओर मोड़ दिया। पुलिस के मुताबिक तीनों अपराधी का पता चल गया है जल्द ही गिरफ्तार कर लिए जाएंगे।
तीन बदमाशों के खिलाफ दर्ज करायी थी प्राथमिकी
विदित हो कि इस घटना के बाद पुत्र सोनू कुमार ने दस फरवरी को फतुहा थाने में तीन अज्ञात बाइक सवार बदमाशों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी थी। प्राथमिकी में सोनू कुमार ने व्यवसाय को बड़ी मेहनत से पिता के द्वारा खड़ी किए जाने की बात कही थी। उसने प्राथमिकी में व्यवसाय में कुछ लोगों के द्वारा ईर्ष्या करने की बात कही थी तथा ईर्ष्यावश ही अपने पिता की हत्या किए जाने की बात कही थी। बताते चले कि सोनू कुमार मृतक का एकमात्र पुत्र था। इसके अलावे घर में मृतक की पत्नी सुषमा देवी व एक अविवाहित बेटी है।

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