दबंगों पर कार्रवाई से डरती है जहानाबाद पुलिस : एसपी से निष्पक्ष जांच की मांग, भारथु कांड को लेकर बवाल

जहानाबाद। जहानाबाद जिले के घोसी थाना क्षेत्र के भारथु गांव में गत 28 अप्रैल को हुए 2 पक्षों के बीच मारपीट के मामले में एक पक्ष ने स्थानीय पुलिस-प्रशासन पर एकतरफा कार्रवाई करने का आरोप लगाया है। मिली जानकारी के अनुसार, भारथु गांव में गत 28 अप्रैल को मारपीट तथा तोड़फोड़ की घटना घटी थी। दरअसल, उस दिन देश के बड़े उद्योगपति अरिस्टो फार्मा के मालिक सांसद स्व. किंग महेंद्र के भाई भोला शर्मा उस गांव में एक कार्यक्रम का उद्धघाटन करने गए थे। उस दौरान ही तोड़फोड़ की घटना हुई। जिसमें उद्योगपति भोला शर्मा के काफिले में शामिल वाहन तथा पुलिस के वाहन भी क्षतिग्रस्त हुए। जिसको लेकर घोसी थाना के आरक्षी अवर निरीक्षक अवधेश कुमार सिंह के बयान के आधार पर भारथु गांव के मधु शर्मा, राहुल कुमार उर्फ कल्लू, नवजीत उर्फ फंटूश, शंभू शर्मा, अंकित कुमार तथा धीरज कुमार उर्फ गौरख पर पुलिस गाड़ी पर पथराव तथा हमला करने का मामला दर्ज किया गया था। पुलिस के द्वारा दर्ज मामले के अनुसार, इस घटना में आरक्षी अवर निरीक्षक अवधेश प्रसाद सिंह तथा होमगार्ड के दो जवान शिव यादव तथा आनंदी प्रसाद जख्मी हो गए थे। वही इसी मामले को लेकर एक अन्य FIR मधु शर्मा तथा शंभू शर्मा के द्वारा दर्ज कराई गई है। जिसमें उन्होंने गांव के दबंग मुखिया हेमंत शरण उर्फ कुंदन तथा भारथु गांव के उनके समर्थक कमलेश शर्मा, चंदन शर्मा, सिद्धार्थ शर्मा तथा दुर्गेश कुमार शेखर तथा अन्य पर जानलेवा हमला लाठी-डंडों तथा लोहे के राड से पिटाई का आरोप लगाया है।

पटना के PMCH में घायल मधु शर्मा, शंभू शर्मा तथा अन्य का इलाज भी हुआ है। जहां फर्द बयान के दौरान मधु शर्मा ने कहा कि वे लोग गांव में मुखिया के विकास विरोधी कृत्य तथा वित्तीय भ्रष्टाचार के खिलाफ काला झंडा लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। जिससे भड़ककर मुखिया तथा समर्थकों के द्वारा हम पर जानलेवा हमला किया गया। लोहे के रड तथा लाठी-डंडों से पिटाई की गई। जिसका वीडियो भी उपलब्ध है। इसके बावजूद काफी मशक्कत के बाद स्थानीय पुलिस थाना में मामला दर्ज हो सका। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले में स्थानीय पुलिस प्रशासन के द्वारा पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाया जा रहा है। जो वीडियो है उसमें साफ दिख रहा है कि किस प्रकार मुखिया के समर्थक गुंडे हम पर हमला कर रहे थे। वही इसके बावजूद पुलिस के द्वारा उल्टे हम लोगों के खिलाफ ही मामला दर्ज करा दिया गया है। उन्होंने कहा कि स्थानीय मुखिया के प्रभाव में आकर प्रशासन कार्रवाई कर रही है। उन्होंने कहा कि जो पीड़ित है, उनके साथ गुनहगारों वाला सलूक किया जा रहा है। वही जिन्होंने इस जघन्य कृत्य को अंजाम दिया है। वे प्रशासन की आंखों के सामने कानून का माखौल उड़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि 28 अप्रैल को जो घटना घटी उसकी स्वतंत्र एवं निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए। पूरे मामले में स्थानीय प्रशासन का रवैया एक तरफा है। उन्होंने जहानाबाद के जिला आरक्षी अधीक्षक से पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की गुजारिश की है।

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