पटना यूनिवर्सिटी में UG की 700 खाली सीटों पर स्पॉट राउंड में एडमिशन, जानिए पूरी प्रक्रिया
पटना, बिहार। पटना विश्वविद्यालय में स्नातक स्तर पर खाली बची सीटों पर नामांकन का एक और प्रयास किया जाएगा। पहले ही पटना विवि प्रशासन ने तीन मेधा सूचियों का प्रकाशन कर नामांकन लिया और उसके बाद खाली बची सीटों के लिए स्पॉट राउंड का आयोजन किया गया। लेकिन इसके बावजूद पटना विवि में स्नातक स्तर के वोकेशनल और ट्रेडिशनल दोनों पाठ्यक्रमों को मिलाकर 700 से अधिक सीटें खाली रह गई। अब पीयू प्रशासन ने खाली बची सीटों को भरने के लिए एक और प्रयास करने का निर्णय लिया है, जिसका जिम्मा अब कॉलेजों के प्राचार्यों को ही दिया गया है। गुरुवार को पटना विवि के कुलपति प्रो. गिरीश कुमार चौधरी ने कॉलेजों के प्राचार्यों की बैठक बुलाई जिसमें निर्णय लिया गया कि कैजुअल वैकेंसी के तहत कॉलेज खुद अपनी सीटें भरें। जबकि इससे पहले तक की पूरी प्रक्रिया केंद्रीयकृत रही है।

स्पोर्ट्स और फाइन आर्ट्स कोटा की सीटों पर भी होगा नामांकन
बता दे की वैकेंसी के तहत नामांकन की प्रक्रिया के बारे में पटना विवि के छात्र कल्याण संकायाध्यक्ष प्रो. अनिल कुमार ने बताया कि सभी कॉलेजों को विषयवार खाली सीटों का आंकड़ा उपलब्ध करा दिया गया है। इन खाली सीटों पर नामांकन का पूरा निर्णय कॉलेजों के प्राचार्य लेंगे। इसके लिए नोटिस देकर आवेदन मंगाने हैं और पहले से आवेदन किए छात्रों में से ही नामांकन होना है। इस प्रक्रिया के संचालन के लिए तिथि का निर्धारण कॉलेजों के प्राचार्य द्वारा ही लिया जाएगा। हालांकि कैजुअल वैकेंसी के साथ स्पोर्ट्स और फाइन आर्ट्स कोटा की सीटों पर भी नामांकन होना है और स्नातक के सभी पाठ्यक्रमों की नामांकन प्रक्रिया दिसंबर माह में ही समाप्त कर देनी है।
सीटें बढ़ीं पर कम हुआ नामांकन
पटना विवि में बिहार सरकार के शिक्षा विभाग ने स्नातक स्तर पर 515 सीटों को बढ़ाने का निर्णय लिया। यह निर्णय नवंबर माह में लिया गया जबकि तब तक पटना विवि में दो मेधा सूचियों के आधार पर नामांकन पूरा हो चुका था। जिन कॉलेजों में सीटें बढ़ी हैं, उनमें ही अधिक सीटें खाली रह गई हैं। पटना कॉलेज में ट्रेडिशनल कोर्सेज की 600 सीटों को बढ़ाकर 780 कर दिया गया। लेकिन यहां लगभग 300 सीटें खाली रह गई। वहीं पटना साइंस कॉलेज की 600 सीटों को 660 कर दिया गया। जबकि चार वोकेशनल कोर्सेज में 90 सीटें हैं। हालांकि कुल 750 सीटों में से लगभग 100 सीटें खाली रह गई हैं।

