October 28, 2025

बिहार में कई प्रशासनिक अधिकारियों का हुआ ट्रांसफर, कई के प्रभार बदले, स्वास्थ्य विभाग के अपर सचिव बने यशपाल मीणा

पटना। बिहार सरकार ने एक बार फिर से प्रशासनिक स्तर पर बड़ा बदलाव किया है। सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से जारी आदेश के अनुसार कई वरिष्ठ अधिकारियों का तबादला किया गया है और कई को नई जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। यह फेरबदल प्रशासनिक कार्यकुशलता को और सशक्त बनाने तथा विभागीय गतिविधियों में संतुलन बनाए रखने के उद्देश्य से किया गया है। हाल के इस बदलाव में कई प्रमुख विभागों के सचिव और अपर सचिव प्रभावित हुए हैं।
गन्ना उद्योग और लघु जल संसाधन विभाग में बदलाव
सबसे अहम बदलाव गन्ना उद्योग और लघु जल संसाधन विभाग में देखने को मिला है। लघु जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव नर्मदेश्वर लाल को गन्ना उद्योग विभाग के प्रधान सचिव के पद पर पदस्थापित किया गया है। वे साथ ही जांच आयुक्त, सामान्य प्रशासन विभाग के अतिरिक्त प्रभार में बने रहेंगे। दूसरी ओर, गन्ना उद्योग विभाग के सचिव बी कार्तिकेय धनजी को लघु जल संसाधन विभाग का सचिव बनाया गया है। उन्हें जांच आयुक्त और उद्योग विभाग के सचिव का अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा गया है। इन दोनों विभागों में हुआ यह फेरबदल सरकार की प्राथमिकताओं को दर्शाता है, क्योंकि गन्ना उद्योग और जल संसाधन दोनों ही बिहार की अर्थव्यवस्था और ग्रामीण ढांचे से गहराई से जुड़े हुए हैं।
स्वास्थ्य विभाग में नई जिम्मेदारी
स्वास्थ्य विभाग में भी एक महत्वपूर्ण बदलाव किया गया है। जल संसाधन विभाग के अपर सचिव यशपाल मीणा को अब स्वास्थ्य विभाग का अपर सचिव नियुक्त किया गया है। स्वास्थ्य विभाग बिहार में हमेशा संवेदनशील और चुनौतीपूर्ण रहा है। कोविड-19 के बाद स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता, चिकित्सकों की तैनाती और दवाओं की उपलब्धता जैसे कई मुद्दों पर सरकार की नजर है। ऐसे में यशपाल मीणा की नियुक्ति को विभाग में मजबूती लाने की दिशा में अहम कदम माना जा रहा है।
निबंधन और उत्पाद विभाग में फेरबदल
निबंधन महा निरीक्षक सह उत्पाद आयुक्त रजनीश कुमार सिंह का भी तबादला किया गया है। उन्हें अब निबंधक सहयोग समितियां के पद पर भेजा गया है। वहीं, निबंधक सहयोग समितियां के पद पर कार्यरत अंशुल अग्रवाल को निबंधन महा निरीक्षक सह उत्पाद आयुक्त की जिम्मेदारी दी गई है। इस तरह निबंधन और उत्पाद विभाग में जिम्मेदारियों का अदला-बदली कर प्रशासनिक व्यवस्था को और मजबूत करने का प्रयास किया गया है।
उत्पाद आयुक्त पद पर नई नियुक्ति
इस फेरबदल में उत्पाद आयुक्त का पद भी खासा चर्चा में रहा। सरकार ने यहां पर भी बदलाव करते हुए नए अधिकारी को जिम्मेदारी दी है। उत्पाद विभाग राजस्व संग्रहण का अहम हिस्सा होता है और राज्य सरकार की आय का एक बड़ा स्रोत भी। इस लिहाज से इस पद पर की गई नियुक्ति को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
प्रशासनिक फेरबदल का महत्व
बिहार सरकार समय-समय पर प्रशासनिक स्तर पर ऐसे बदलाव करती रही है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना होता है कि विभागीय कार्य में पारदर्शिता और दक्षता बनी रहे। जिन अधिकारियों का तबादला किया गया है, उन्हें नए विभागों में जाकर वहां की समस्याओं और चुनौतियों को समझने और बेहतर नीतियां लागू करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
विभागीय संतुलन और सरकार की रणनीति
यह फेरबदल इस बात का संकेत भी है कि सरकार विभागीय संतुलन को लेकर सजग है। गन्ना उद्योग और जल संसाधन विभाग में हुए बदलाव से यह साफ है कि सरकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था और किसानों की समस्याओं पर विशेष ध्यान दे रही है। वहीं स्वास्थ्य विभाग में यशपाल मीणा की तैनाती से संकेत मिलता है कि सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने के लिए सक्रिय है। बिहार सरकार का यह प्रशासनिक फेरबदल न केवल अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करने का मामला है, बल्कि यह राज्य की विकास योजनाओं और प्राथमिकताओं का भी आईना है। विभिन्न विभागों में हुई इन नियुक्तियों से यह अपेक्षा की जा रही है कि प्रशासनिक व्यवस्था और सुदृढ़ होगी तथा जनता तक योजनाओं का लाभ अधिक प्रभावी तरीके से पहुंचेगा। आने वाले समय में इन अधिकारियों के प्रदर्शन से ही तय होगा कि यह फेरबदल कितना कारगर साबित होता है।

 

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